अतिक्रमण, गंदगी और अनियमित सफाई व्यवस्था से परेशान वार्डवासी
कोटा: शहर के नगर निगम दक्षिण के वार्ड 23 में अतिक्रमण, गंदगी और अनियमित सफाई व्यवस्था से वार्डवासी परेशान है। वार्डवासियों का कहना है। भाजपा का वार्ड प्रतिनिधि होने का दंश वार्डवासियों को झेलना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि वार्ड में ऐसी कई छोटी बड़ी समस्याएं है जिनका समाधान कभी का हो जाना चाहिए था लेकिन आज तक इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। वार्ड के लोगों का कहना है वार्ड में मूलभूत सुविधा भी आधी अधूरी मिली है। नियमित सफाई नहीं होने से लोगों को गंदगी से गुजरना पड़ता है। निगम प्रशासन को देखना चाहिए कि भाजपा का हो या कांग्रेस का पार्षद लेकिन आमजन तो परेशान ना हो। मसलन वार्ड में साफ-सफाई तो समय पर हो, नालियां तो ढ़की जाए आदि।
वार्ड में ये इलाके आते है
नगर निगम दक्षिण के इस वार्ड में रामतलाई कच्ची बस्ती, झूलेलाल मंदिर, तिकोना पार्क, सूरजपोल गेट, महिला थाना, श्रीपुरा गर्ल्स स्कूल, कृष्णा दूध डेयरी, बाबरा पाड़ा, साबरमति हरिजन बस्ती, छोटा गाड़ी खाना, बैसिक मॉडल स्कूल तथा पशु टेÑनिंग सेंटर आदि इलाकें आते हैं। इन इलाकों के कुछ लोग बताते हैं कि वार्ड में पार्षद ने काम करवाएं हंै, चल भी रहे हंै लेकिन वार्ड बड़ा है और निगम की ओर से पर्याप्त लेबर नहीं दिए जाने के कारण वार्ड के कई हिस्सों में सफाई व्यवस्था बिल्कुल ठीक नहीं है। वार्ड पार्षद प्रयास भी करती है कि लोगों को सभी सुविधाएं मिले लेकिन निगम के अधिकारी उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते है। जिससे वार्डवासी परेशान हो रहे है। वार्डवासी बताते हैं कि वार्ड में सालों पुरानी पाइप लाइन को निकालकर नई बड़ी पाइप लाइन डाली गई है। कुछ स्थानों पर नाली पटान के काम भी हुए हैं, रोड लाइट भी नई लगवाई गई है। कुछ पुरानी क्षतिग्रस्त सड़क के स्थान पर सीसी रोड बनावाए गए हंै लेकिन उनकी सफाई ही समय पर नहीं होती तो रोड बनने का फायदा क्या। पार्षद की कार्यशैली अच्छी है। बिना किसी भेदभाव के सबके काम करवाने का प्रयास भी करती है।
वार्ड की कुछ सड़कों पर अतिक्रमण की बड़ी समस्या है। समझाईश और चेतावनी के बाद भी लोग नहीं सुधरते हैं। वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड के कई हिस्सों में कचरे के ढ़ेर लगे रहते है। ना नियमित टिपर आते हैं और ना रोजाना सफाई। वार्ड की कई गलियों की सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। कई हिस्सों में आज भी पानी की पूर्ति पर्याप्त नहीं होती है। कुछ जगह पाइप लाइन डाली गई है, कुछ जगह पर नहीं। वार्ड में आवारा मवेशियों और श्वानों का बहुत आतंक है। सड़कों और गलियों में ये मवेशी डेरा जमाए रहते हैं, लड़ते रहते हैं। कई बार लोग गिर चुके हैं। कई गलियों में रात को अंधेरा पसरा रहता है। वार्ड पार्षद का कहना है कि वो जितना संभव होता है लोगों की परेशानियों को दूर करने का प्रयास करती हंू। वार्ड में कई स्थानों पर कार्य करवाएं है। पीने के पानी की पाइप लाइन की जो समस्या बरसों से बनी हुई थी उसे समाप्त किया है। नाली पटान का काम करवाया है। पार्क का जीर्णोद्धार करवाया है। इंटरलाकिंग का काम करवाया है।
वार्ड के कुछ हिस्सों में सीसी रोड बनवाई है। पुराना कचरा पांइट हटवाया है। बीजेपी का होने के कारण निगम में भेदभाव किया जाता है। छोटे-छोट कार्याें के लिए ही लड़ना पड़ता है। सुनवाई ही नहीें करते हैं। वार्ड में अभी भी कई काम होने शेष हैं। - आरती शाक्यवाल, वार्डपार्षद
पार्षद ने राधाकृष्ण मंदिर के पार्क का कार्य करवाया है। हमारे यहां सीसी रोड का काम नहीं हुआ है। पार्षद की कार्यशैली ठीक है। आवारा जानवर हैं लेकिन श्वानों की इतनी समस्या नहीं है। अगर 100 मीटर वाला नियम हटा दे तो हमें पट्टा मिल जाए।
- अजय झांझोट, वार्डवासी
कई समस्याओं का समाधान हुआ है। पुरानी पाइप लाइन हटवाकर नई डलवा दी गई है। पार्क का जीर्णोद्धार हुआ है। जहां जरूरत थी वहां रोड लाइट भी लगाई गई है। नाली पटान का काफी काम हुआ है। फर्नीचर मार्केंट में हुए अतिक्रमण को लेकर स्वयं पार्षद ने ज्ञापन भी दिया है, समझाइश भी की है।
- संदीप राजानी, वार्डवासी