राजस्थान

अनएकेडमी कोचिंग के छात्र ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की दसवीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या

Admin Delhi 1
9 May 2023 2:36 PM GMT
अनएकेडमी कोचिंग के छात्र ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की दसवीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या
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कोटा: विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात अनएकेडमी कोचिंग के छात्र ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की दसवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्र को देर रात मल्टी स्टोरी में ड्यूटी कर रहा सिक्योरिटी गार्ड धर्मराज अपने दो अन्य साथियों के साथ एमबीएस अस्पताल में लेकर गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया ।सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को मोर्चरी में रखवाया था। मंगलवार सुबह परिजनों के अस्पताल पहुंचने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया । पुलिस निरीक्षक देवेश भारद्वाज ने बताया कि बिहार के कटिहार एवं बेंगलुरु निवासी नासिर पुत्र मोहम्मद हाशिम उम्र 22 साल जवाहर नगर में एक हॉस्टल में रहकर अनएकेडमी कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रहा था। वह 5 मई को कोटा से नीट का एग्जाम देने अपने अन्य साथियों के साथ जयपुर गया था । उसने हॉस्टल खाली कर दिया था । कोचिंग छात्र नीट का एग्जाम देने के बाद अपने अन्य साथियों के साथ सुबह11:00 बजे जयपुर से कोटा लौटा था । वह अपने साथियों के साथ कमरे में सो गया शाम को 6:30 बजे उठा उसके बाद साथी सुरजीत ने बाल कटवाने की बात कहते हुए उससे कहा हम सभी बाल कटवाने चल रहे हैं तुम भी हमारे साथ बाल कटवाने चलो । उसने सिर दर्द का बहाना बताकर साथ जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद उसके साथी सुरजीत व अन्य साथी सोमवार रात 9:00 बजे बाल कटवाने चले गए । नासिर दोस्त के फ्लैट पर ही रह गया तभी उसने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की दसवीं मंजिल की बालकनी से नीचे से छलांग लगा दी जिससे उसकी मौत हो गई ।

अनएकेडमी प्रबंधक ने नहीं की मदद: छात्र अनिकेत ने बताया कि नासिर की मौत के बाद हमने अनएकेडमी प्रबंधक को जानकारी दी । उनकी तरफ से कोई भी मदद नहीं की गई । रात को कई बार मोबाइल किया इसके बाद भी संस्थान का कोई भी कर्मचारी नहीं आया । सुबह 9:30 बजे दोबारा फिर प्रबंधन को कहां गया इसके बाद भी कोई नहीं आया ।पोस्टमार्टम होने के बाद दो व्यक्ति संस्थान की तरफ से भेजे गए जिन्होंने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। छात्र अनिकेत का कहना है कि संस्थान में फीस जमा होती है उस समय टीचर्स के द्वारा छात्रों को अध्ययन कराने तथा हर संभव मदद करने का वादा किया जाता है । फीस जमा होने के बाद संस्थान की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जाता। अच्छे फैकल्टी के स्थान पर ऐसे फैकेल्टी पढ़ाने आते हैं जिससे छात्र पढ़ने में रुचि नहीं लेते ।

पास होने की नहीं थी उम्मीद: मृतक छात्र के साथी सुरजीत ने बताया नीट की परीक्षा देने के बाद से नासिर को सिलेक्शन होने की उम्मीद नहीं थी। जिससे वह डिप्रेशन में चल रहा था और किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं कर रहा था । जब से जयपुर से आया था उसके बाद से गुमसुम था।

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