यूआईडी संयुक्त निदेशक यादव निकला पैसों का मालिक, बेसमेंट में मिले थे 2.31 करोड़ कैश
जयपुर: योजना भवन स्थित डीओआईटी विभाग के बेसमेंट में शुक्रवार दोपहर दो अलमारियों में मिले दो करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए की नकदी और एक किलो सोने के बिस्किट डीओआईटी के सिस्टम एनालिस्ट ज्वाइंट डायरेक्टर वेदप्रकाश यादव के निकले। पुलिस ने इस मामले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को सौंप दिया है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि मामले में डीओआईटी विभाग के करीब एक दर्जन संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद विभाग के संयुक्त निदेशक वेदप्रकाश यादव के अम्बाबाड़ी स्थित उसके घर पहुंचकर तलाशी ली। पूछताछ के बाद पुलिस ने यादव को एसीबी को सौंप दिया। एडीजी एसीबी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि देर रात मुकदमा दर्ज कर यादव से पूछताछ शुरू कर दी।
स्टोर इंजार्च भी यादव ही
यादव डीओआईटी सिस्टम एनालिस्ट ज्वॉइंट डायरेक्टर के साथ-साथ स्टोर इंजार्च भी है। इससे वह काफी समय से अलमारी में घूस के रुपयों को भर रहा था। जांच में सामने आया है कि वेदप्रकाश ने ये रुपए अलग-अलग लोगों से रिश्वत के रूप में लिए थे और यहां उन रुपयों को इकट्ठा कर रहा था।
जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव के अनुसार, यादव पिछले कई सालों से परचेज कमेटी का मेंबर था। वह भारी कमिशन लेता था। जुलाई 2021 में उसे आभास हुआ कि एसीबी या अन्य एजेंसी उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है तो उसने अपने घर में रखे सारे रुपए और सोना यहां लाकर रख दिया। उसे जब भी पैसों की जरूरत होती थी तो वह यहां से निकालकर ले जाता था। अब तक की पूछताछ में यह तथ्य सामने आया है कि उसने नोटबंदी के दौरान सोना खरीदा था।
सीसीसीटीवी में खुलासा
सीसीटीवी जांच में सामने आया कि वह दिन में किसी से घूस के रुपए लेता और शाम को उसे बैग में रख देता था। अब एसीबी इस प्रकरण का खुलासा करेगी कि उसने किस-किस मामले में घूस ली है। वहीं पुलिस ने जब सीसीटीवी खंगाले तो सामने आया कि ज्वाइंट डायरेक्टर यादव आॅफिस की छुट्टी होने के बाद वहां आता-जाता था, लेकिन ई-फाइलिंग अभियान के चलते अन्य कर्मचारियों ने यादव को बिना बताए ही अलमारी को खुलवा दिया और यादव ने चाबी अपने पास होने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बेस्टमेंट से दो करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और एक किलो सोने के बिस्कुट शुक्रवार को बरामद हुए थे। पुलिस ने इन रुपयों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए यहां कार्यरत 8 कर्मचारियों को हिरासत में लिया था। यह राशि जिन दो अलमारियों में मिली है वे यूआईडी के अधीन है, जो आधार कार्ड बनाने का काम देखती है। यह खुलासा दस्तावेजों के कम्प्यूटराइज्ड काम होने के दौरान हुआ है।
पूनिया ने अमित शाह को लिखा पत्र, केन्द्रीय एजेंसी से जांच की मांग
उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के शासन में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर केन्द्र की एजेंसी से जांच करवाने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। पूनिया ने पत्र लिखा है कि कांग्रेस सरकार ने पिछले 4.5 सालों में राज्य में भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित कर दिए हैं। गहलोत सरकार में अधिकारी, मंत्री, पुलिस एवं निजी कंपनियों की मिलीभगत से जनता की कमाई भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है।