राजस्थान

आज पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार, शहीद सांवलाराम को BSF कैंप में दी गई श्रद्धांजलि

Gulabi Jagat
1 Aug 2022 5:09 AM GMT
आज पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार, शहीद सांवलाराम को BSF कैंप में दी गई श्रद्धांजलि
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संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन
बाड़मेर. संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीका के कांगो में 26 जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने सेना पर हमला बोल दिया था. अन्य जवानों के साथ ही सीमा सुरक्षा बल (BSF) में तैनात 2 जवान भी शहीद हुए थे. सोमवार को बाड़मेर के सांवलाराम विश्नोई का पार्थिव शरीर बाड़मेर (Martyr Sanvlaram last rites in Barmer) पहुंचा, जहां 83 बीएसएफ बटालियन कैंप में सीमा सुरक्षा बल की ओर से श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद पार्थिव देह पैतृक गांव के लिए रवाना हुआ.
वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन, बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर डीआईजी अश्विनी जग्गी, जिला कलेक्टर लोकबंधु पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, जिला प्रशासन के साथ पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ वीर शहीद सांवलाराम को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वंदे मातरम और शहीद सांवलाराम अमर रहे के नारे गूंजते रहे.
सीमा सुरक्षा बल के गुजरात फ्रंटियर के डीआईजी अश्वनी जग्गी ने बताया कि मुख्य प्रहरी सांवला राम विश्नोई सीमा सुरक्षा बल में 25 जनवरी 1999 को भर्ती हुए थे. सांवलाराम शुरू से ही कर्मठ, उत्साही और कर्तव्यनिष्ठ कार्मिक थे. इसी सेवा और कर्मठता के चलते संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन कांगो के लिए चुना गया. वे 2 मई 2022 से शांति मिशन कांगो में अपनी सेवाएं दे रहे थे.
बीते मंगलवार को कांगो में उग्र भीड़ ने धारदार हथियारों और ऑटोमेटिक हथियारों से सैन्य कैंप पर हमला कर दिया था, ऐसे में मुख्य प्रहरी सांवलाराम विश्नोई ने अदम्य एवं वीरता का परिचय दिया और सैन्य कैंप में मौजूद सैंकड़ों लोगों की जान बचाई. मुख्य प्रहरी सांवलाराम बिश्नोई ने बुरी तरह जख्मी होते हुए भी अंतिम सांस तक उग्रवादियों का मुकाबला करते रहे और शहीद हो गए.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद शहीद जवान की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव बांड के लिए रवाना हुई. इस दौरान जगह-जगह पर शहीद जवान अंतिम दर्शन की एक झलक पाने के लिए बाड़मेरवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा. वहीं, शहीद के पैतृक गांव में राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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