राजस्थान

प्रदेश में बिजली संकट बरकरार, कस्बाई और शहरी क्षेत्रों में घोषित कटौती शुरू

Admin Delhi 1
24 Dec 2022 1:26 PM GMT
प्रदेश में बिजली संकट बरकरार, कस्बाई और शहरी क्षेत्रों में घोषित कटौती शुरू
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जयपुर न्यूज़: डिमांड और सप्लाई में डेढ़ हजार मेगावाट से अधिक अतंर के बीच प्रदेश में बिजली संकट बरकरार है। खरीद में भी पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण ग्रामीण, कस्बाई और शहरी क्षेत्रों में घोषित कटौती शुरू हो गई है, हालांकि शुक्रवार को करीब 400 मेगावाट बिजली खरीद में मिलने से मामूली राहत मिली है। सबसे अधिक कटौती बड़े उद्योगों के क्षेत्र में करने से आगामी दिनों में इनके उत्पादन पर असर दिखाई दे सकता है। गांव से लेकर शहरी इलाके और बडेÞ औद्योगिक क्षेत्र एक से तीन घंटे तक कटौती की जद में आ गए हैं। संभागीय मुख्यालयों को कटौती से दूर रखा गया है, लेकिन कटौती की मुख्य वजह यह है कि ऊर्जा विकास निगम रबी सीजन में डिमांड और सप्लाई का मैनेजमेंट ठीक से नहीं कर पाया है। किसानों को ब्लॉक में बिजली उपलब्ध कराना प्राथमिकता है, लेकिन आबादी क्षेत्रों में मैनेजमेंट गड़बड़ा गया है। इस वजह से आम उपभोक्ताओं के साथ कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डिमांड साढेÞ 16 हजार मेगावाट तक पहुंच गई है और एक सप्ताह में इसके 17 हजार मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि सप्लाई करीब डेढ़ हजार मेगावाट कम है। शुक्रवार को एक्सचेंज के तहत 400 मेगावाट सस्ती बिजली मिल गई, लेकिन इससे मामूली राहत ही मिल पाई है।

बड़े उद्योगों के उत्पादन पर दिखेगा असर: औद्योगिक क्षेत्रों में 125 केवीए से ज्यादा लोड वाले उद्योग शामिल हैं, जिन्हें तीन घंटे तक निर्धारित क्षमता से 50 प्रतिशत कम लोड पर इकाई संचालित करनी होंगी। निगम के मैनेजमेंट के चूक की वजह से बिजली कटौती से प्रदेशभर में 14 हजार से अधिक बड़ी औद्योगिक इकाइयों पर सीधा असर दिखेगा। असर के रूप में उनके उत्पादन पर असर आएगा। इनमें सीमेंट, टेक्सटाइल और अन्य बडेु उद्योग शामिल हैं। जयपुर डिस्कॉम के तहत करीब साढ़े पांच हजार औद्योगिक इकाइयों को नुकसान भुगतान पड़ेगा। जोधपुर डिस्कॉम में सवा तीन हजार और अजमेर डिस्कॉम में साढ़े पांच हजार औद्योगिक इकाइयां कटौती के दायरे में आएंगी।

चार यूनिट बंद, सोलर प्लांट से भी कम उत्पादन: विद्युत उत्पादन निगम की 7580 मेगावाट की 23 उत्पादन इकाइयां है, लेकिन इनमें से चार अभी भी बंद पड़ी हैं। सर्दी का मौसम शुरू होने से सोलर प्लांट भी औसतन बिजली नहीं बना पा रहे। पड़ोसी राज्यों में भी लोड बढ़ने से एक्सचेंज और खरीद प्रक्रिया में सस्ती बिजली नहीं मिल पा रही है, लिहाजा अगले कुछ दिनों तक यह संकट बरकरार रह सकता है।

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