राजस्थान

20 किमी खराब सड़क से लोग परेशान, हादसों का बना रहता डर

Admin Delhi 1
14 Feb 2023 2:45 PM GMT
20 किमी खराब सड़क से लोग परेशान, हादसों का बना रहता डर
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अरनेठा: अरनेठा जयस्थल कोडक्या बालाजी से झालजी का बराना की 20 किमी सड़क एक साल बदहाल है। जिससे 12 गांव के ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। टूटी सड़क से कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। ग्रामीणों ने बड़े जनप्रतिनिधियों एवम समंधित अधिकारियों से अतिशीघ्र इस सड़क निर्माण की मांग की हैं । ग्रामीण रामचंद्र चांदीजा ने बताया पिछले 1 वर्ष से सड़क खराब है। अनेक बार विभिन्न माध्यमों से सड़क को लेकर अवगत करा चुके हैं। जगह-जगह सड़क टूट चुकी है। अनेक जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। गिट्टी निकलकर मिट्टी बाहर आ गई है। आए दिन सड़क दुर्घटनाएं भी होती रहती है। बड़े और बच्चों की जान भी जा चुकी है । लेकिन जिम्मेदारों द्वारा अज्ञात कारणों के कारण अभी तक भी कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है करीब एक दर्जन गांव के निवासी परेशान है ।

इनका कहना है:

अरनेठा जयस्थल कोडक्या बालाजी से झालजी का बराना तक हर मंगलवार एवं शनिवार को हजारों यात्री दर्शन के लिए जाते हैं। इस सड़क का निर्माण होना अत्यंत आवश्यक है।

- बजरंग लाल मेघवाल,सरपंच अरनेठा ग्राम पंचात

12 गांवों के लोगों का आवागमन इस सड़क से होता है। इस सड़क से दर्जनों गांव के वासियों को सुविधा मिलती है जिम्मेदारों को इस तरफ ध्यान देकर इस को जल्द से जल्द बनाना चाहिए।

- बृजमोहन शर्मा , पूर्व उप जिला प्रमुख अरनेठा

मेरे से इस सड़क की दुर्दशा देखी नहीं जा रही है। समझ में नहीं आ रहा जनता को किस बात की सजा दी जा रही है। पिछले 1 वर्ष से सड़क बिखरी पड़ी हैं। जनहानि भी हो रही है लेकिन जिम्मेदार टस से मस नहीं हो रहे हैं।

- रमेश चंद गुर्जर, अरनेठा

मेरा इस सड़क पर आना जाना लगा रहता है। अनेक बार टूटी सड़क पर गिरते पड़ते व्यक्तियों को देखता हूं। बड़े जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन से आग्रह है। ह्रदय विशाल कर इस कार्य को करवाना होगा। एक लंबा समय हो गया है। सड़क बुरी तरह खराब हो गई है। अत: इसका बनना अत्यंत जरूरी है ।

- सत्यनारायण सैनी उर्फ़ बना, अरनेठा

मेरे पास इस मामले की ज्यादा जानकारी नही है। सवा दो करोड़ रुपए के टेंडर लगे थे। उनकी भी अभी तक परमिशन नहीं आई है। मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि इस सड़क की स्वीकृति क्यों नहीं मिल पा रही है। हिंडोली में तो जल्दी ही स्वीकृति मिल जाती है।

- वीके जैन, एसई सार्वजनिक निर्माण विभाग, बूंदी

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