अलवर न्यूज: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। यहां स्थिति ऐसी है कि जब भी बारिश होती है तो अस्पताल के बाहर कीचड़ और गंदगी का ढेर लग जाता है। आलम यह है कि जरा सी बारिश में भी यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। शव लाने वाले परिजनों के भी पांव कीचड़ से भर जाते हैं।
इतना ही नहीं शवगृह और अस्पताल के बाहर कचरे का ढेर लगा हुआ है। ऐसे में संक्रमण का भी डर है। इधर, परिजन कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
जिला अस्पताल में प्रतिदिन पोस्टमॉर्टम होता है। इस बार मई माह में बारिश हुई तो शवगृह के बाहर पानी भर गया। जैसे बरसात के दिनों में यहां मृतक के परिजनों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार एक दिन में 4 से 5 पोस्टमार्टम भी हो जाते हैं। यहां जिले भर से लोग पहुंचते हैं। लेकिन, शवगृह के बाहर गंदगी और पानी भरा रहता है। जिससे आने जाने वालों को काफी परेशानी होती है। अस्पताल से सफाईकर्मी शव को स्ट्रेचर पर लादकर मोर्चरी ले जाता है। उनके साथ रिश्तेदार भी हैं। उन्हें भी उसी गंदे पानी से बाहर निकलना होगा।
ठेकेदार और पीएमओ भी जानते हैं
सफाई ठेकेदार का कहना है कि कूड़ा मुर्दाघर के पास बने डंपिंग यार्ड में लाना पड़ता है। ठेकेदार का कहना है कि पानी डालने से ज्यादा परेशानी होती है। पीएमओ डॉ. सुनील चौहान का कहना है कि पानी की निकासी में दिक्कत हो सकती है. इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा।