राजसमंद: आमेट में गुरुवार को मोटे अनाज के फायदों के बारे में जागरुक करने के लिए रथ को SDM रक्षा पारीक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आमेट बस स्टैंड, पुलिस थाना, रेलवे स्टेशन, रेबरियो की ढाणी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को जानकारी दी गई।
कृषि अधिकारी सहायक कृषि अधिकारी लच्छीराम रैगर ने बताया कि भारत सरकार की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत लोगों को मोटे अनाज के फायदे बताए जा रहे हैं। देशभर में राजस्थान की प्रमुख फसलों में मिलेट्स जिनमें बाजरा व ज्वार प्रमुख है। साथ ही दक्षिणी जिलों में सांवा, कांगनी, कोदों, कुटकी आदि की पैदावार की जाती है। मिलेट्स पोषणीय आधार पर अन्य खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बेहतर होते है। जिनमें कुपोषण, मोटापा, हृदय संबंधित बीमारी, मधुमेह आदि में रामबाण सिद्ध हुए है।
औसतन मिलेट्स में 60-70 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट,7-11 प्रतिशत प्रोटीन, 1.5-5 वसा सहित अन्य मिनरल पाए जाते हैं। वहीं उन्होंने बताया गेहूं की अपेक्षा बाजरा बेहतर होता है। इन्ही सब बातों को लेकर जन मानस को मिलेट्स के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता रथ को रवाना किया गया। जिसमें कृषि विभाग के आमेट तहसील क्षेत्र के कर्मचारी मौजूद रहे।