![जसोल फांटा से ज्योतिबा फुले स्टेडियम तक मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त जसोल फांटा से ज्योतिबा फुले स्टेडियम तक मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/07/26/3214610-d0538b1b-d4c0-4053-8f25-14ca4e7113db16495161407231649517067.webp)
बाड़मेर: बाड़मेर शहर के समदड़ी रोड व नया बस स्टैंड की बस्तियों में सड़क व नालियों के अभाव के कारण मुख्य मार्गों पर दूषित पानी जमा होने से वाशिंदों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गेमनागाजी से लेकर सजनी बाई आश्रम और दूध डेयरी के पीछे की बस्तियों में ज्यादातर सड़कें अभी तक नहीं बन पाई हैं। वहीं कई गलियों में पहले से बनी ग्रेवल सड़कें जगह-जगह से टूटी हुई हैं और नालियों के अभाव में घरों से निकलने वाला दूषित पानी सड़क पर फैला रहता है. इससे सड़क पर हर समय कीचड़ रहने से स्कूली बच्चों व बुजुर्गों को आवागमन में परेशानी हो रही है. उधर, गांधीपुरा मोहल्ले में दूषित पानी की निकासी नहीं होने से सड़कों पर जलभराव हो गया है। कई दिनों तक पानी की निकासी न होने से मच्छर पनप रहे हैं। इससे मौसमी बीमारियों का खतरा रहता है।
इसी प्रकार समदड़ी रोड मुख्य मार्ग के पास मकानों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से दो बार हादसे होने के बाद भी डिस्कॉम लाइन शिफ्ट नहीं कर रहा है। ऐसे में यहां के निवासियों को हर वक्त डर के साये में रहना पड़ रहा है. जीरो रेलवे फाटक से गेमनागाजी जाने वाली सड़क पर सीवरेज धंसने से सड़क के एक तरफ का यातायात बंद हो गया है। हादसे की आशंका के चलते निवासियों ने एहतियात के तौर पर सड़क पर पत्थर रखकर जाम लगा दिया है। नगर परिषद को अवगत कराने के बावजूद सीवरेज को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। गणपतलाल दर्जी, दुकानदार, जीरो रेलवे फाटक।
बोरावास में पाइप लाइन लीकेज होने से खेतों में लाखों लीटर व्यर्थ बहा नहरी पानी
पोकरण-फलसूंड पेयजल परियोजना की बोरावास सरहद पर मंगलवार सुबह मुख्य पाइप लाइन लीकेज होने से दिनभर लाखों लीटर पानी व्यर्थ बहता रहा। मुख्य लाइन लीकेज के कारण तेज बहाव से बहते नहरी पानी से आस-पास के खेतों में लहलहा रही फसलें बर्बाद हो गई। मुख्य लाइन लीकेज से व्यर्थ बहते पानी की जानकारी देने के बावजूद विभाग की ओर से न तो पानी की आपूर्ति बंद की गई और न ही लाइन को संभालने के लिए परियोजना की टीम मौके पर पहुंची। बालोतरा शहर सहित सिवाना व पचपदरा क्षेत्र में हो रही नहरी पानी की सप्लाई पोकरण-फलसूंड परियोजना के तहत बागुंडी से तिलवाड़ा होते हुए बालोतरा तक बिछाई गई लाइन से हो रही है।