राज्य में कैश प्लस के तहत इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना ने प्रभावी परिणाम प्राप्त किये -सचिव, महिला एवं बाल विकास
जयपुर । महिला एवं बाल विकास विभाग तथा आई पी ई ग्लोबल के तकनीकी सहयोग एवं समन्वय से मंगलवार को जयपुर के आश्रम मार्ग स्थित एक निजी होटल में कैश प्लस पर अंतरराज्यीय संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें एक अनुठे प्रयास के रूप में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ ही शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, चिकित्सकों, नीति निर्माताओं, विकास भागीदारों और मीडिया के प्रतिनिधियों सहित लगभग 100 प्रतिभागियों ने सहभागिता कर संवाद किया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए शासन सचिव महिला एवं बाल विकास जीतेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि कैश प्लस का अर्थ है कि लाभार्थियों को सीधा नकद हस्तान्तरण करने के साथ ही यह सुनिश्चित किया कि उस नकद हस्तान्तरण से प्राप्त राशि का लक्षित पोषण के लिए ही प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उपयोग किया जाए इसके लिए व्यवहार परिवर्तन भी किया जाए। इसके तहत राज्य में इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना ने प्रभावी परिणाम प्राप्त किये हैं। राज्य में लगभग डेढ़ लाख महिलाओं को अभी तक इस योजना से लाभान्वित किया गया है।
कार्यशाला में निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं राम अवतार मीणा ने कहा कि राज्य में इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना लक्षित समूह तक सौ फीसदी पहुँच सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि लाभर्थियों का सीधा नकद लाभ हस्तांरण के तहत राज्य में इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना के तहत बहुत अच्छा कार्य हुआ है। उन्होंने बताया कि यह योजना पेपरलेस योजना है जिसके तहत लाभार्थी महिला का पीसीटीएस पोर्टल पर पंजीयन किया जाता है। इसके डेटा को राजपोषण पोर्टल पर लेकर उसे जनाधार से वेरिफाई किया जाकर ऑनलाइन कैश ट्रांसफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर की गई राशि लाभार्थी के बैंक खाते में ही हस्तांतरित होती है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री के विशिष्ठ सहायक सीएल वर्मा ने महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश का शुभकामना संदेश दिया। उन्होंने अपने सम्बोधन में इन्दिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की सफलता को विभागीय उपलब्धि बताया।
कार्यशाला में विभिन्न सत्रों में महिलाओं और बच्चों के पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए नगद हस्तांतरण (कैश ट्रांसफर) और सामाजिक व्यवहार परिवर्तन एवं संचार ( एसबीसीसी) नवाचारों के क्रियान्वयन करने पर विमर्श किया गया। कार्यशाला को निदेशक बाल स्वास्थ्य और विकास सीआईएफएफ इंडिया डॉ. हेमांग शाह, विरिष्ठ निदेशक और प्रमुख सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण आईपीई ग्लोबल राघवेश रंजन, विशिष्ठ सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ पोषण चन्द्राकर तथा विभिन्न राज्यों से आए वक्ताओं ने सम्बोधित किया।
इससे पूर्व शासन सचिव महिला एवं बाल विकास राजस्थान जीतेन्द्र उपाध्याय ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यशाला की विधिवत शुरूआत की। कार्यशाला के आरंभ में संयुक्त परियोजना समन्वयक मंजू यादव ने स्वागत उद्बोधन में विभागीय योजना तथा उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।