बीकानेर। परमार्थ साधक सेवा समिति की ओर से पारीक चौक में चल रही शिव महापुराण कथा के दौरान व्यास पीठासीन ब्रह्मचारी शिवेंद्र स्वरूप महाराज ने शिव महापुराण कथा में कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को 24 घंटों में से पांच-दस मिनट अपने लिए निकालने चाहिए एवं उस समय में आत्म चितंन करना चाहिए कि मैं कौन हूं, कहां से आया हूं और कहां जाना है। मानव योनी ही 84 चौरियासी के चक्कर से बाहर निकालने का मार्ग है। मानव योनी ही ऐसी योनी है जो संत सान्निध्य प्राप्त करके भगवान का सत्संग करके अपने विवेक को जागृत कर सकता है। इससे पहले सुबह आचार्य सुधांशु पारीक, पं. कन्हैयालाल पारीक के आचार्यत्व में यजमान कन्हैयालाल पारीक परिवार द्वारा रुद्राभिषेक व व्यास पूजन किया गया। शिव महापुराण कथा के दौरान ब्रह्मचारी शिवेंन्द्र स्वरूप महाराज ने बीकानेर पे्रस क्लब के अध्यक्ष भवानी जोशी एवं बीकानेर पे्रस क्लब पूर्व अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा, वैदिक ब्राह्मण बंसीलाल रांकावत का अभिनंदन किया। कथा समापन के पर भवानी जोशी व जयनारायण बिस्सा ने शिव महापुराण की आरती कर शिवेंन्द्र स्वरूप जी महाराज का आशीर्वाद लिया। कथा में आज के कार्यकर्ता रूपशंकर, इंदरचंद तिवाड़ी, प्रदीप व्यास, तुलसीदास व्यास, महिला मंडल में उषा पारीक, रेणु पांडिया, सुमन पारीक, यशोदा, आदि अनेक कार्यकर्ताओं ने सेवाएं प्रदान की।