राजस्थान

Dholpur : जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक आयोजित

Tara Tandi
16 July 2024 12:37 PM GMT
Dholpur : जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक आयोजित
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Dholpur धौलपुर । जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक का आयोजन मंगलवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रह्मलाल जाट की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में वन विभाग द्वारा वन विहार क्षेत्र को विकसित करने पर विचार विमर्श, भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग द्वारा बाबर गार्डन धौलपुर के विकास हेतु विचार विमर्श, धौलपुर में प्रगतिरत पर्यटन विकास कार्यां पर चर्चा, नगर परिषद एवं वन विभाग धौलपुर द्वारा चम्बल सफारी करने वाले पर्यटकों हेत आधारभूत सुविधाओं का विकास आदि पर चर्चा की गई। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने वन विहार क्षेत्र को विकसित किये जाने हेतु वन विभाग को सोलर प्लांट लगवाने, टीन शेड लगवाने एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु प्रस्ताव प्रेषित किये जाने
हेतु निर्देशित किया।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बाबर गार्डन के मूल एवं परिधि क्षेत्र में अतिक्रमण की वस्तुस्थिति एवं अब तक की गई कार्यवाही के बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015, वर्ष 2020 एवं वर्ष 2024 की सेटेलाइट इमेजिंग का उपयोग कर अतिक्रमण की स्थिति का आंकलन किया जाये एवं विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सोने का गुर्जा एवं शेरगढ़ किले पर चल रहे विकास कार्यों की गहन मॉनिटरिंग करें एवं उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। वहीं देवस्थान विभाग शेरगढ़ किले में हो रहे हनुमान मंदिर विकास कार्यों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करे। साथ ही उन्होंने चंबल नदी पर पर्यटन की व्यापक संभावना को देखते हुए नगर परिषद को चंबल सफारी तक पाथ वे, टॉयलेट्स इत्यादि आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु निर्देशित किया। उन्होंने राजाखेड़ा के सिलावट गांव में सनराइज प्वाइंट विकसित करने हेतु निर्देश प्रदान किये।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने मचकुंड परिक्रमा मार्ग में हुए लाइट कार्य का तहसीलदार धौलपुर, अधिशाषी अभियंता नगर परिषद एवं एक सहायक लेखाधिकारी की संयुक्त टीम से सत्यापित कराये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मचकुंड को कृष्णा सर्किट में शामिल किये जाने हेतु प्रस्ताव भिजवाया जाये। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक संजय जौहरी ने मचकुंड पर चल रहे मौजूदा विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगभग 10 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति के उपरांत 2.5 करोड़ रूपये मचकुंड पर विकास कार्य हेतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को हस्तांतरित किये गए हैं। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि मौजूदा विकास कार्यों की वित्तीय प्रगति एवं भौतिक कार्यों की प्रगति हेतु आमजन की जानकारी हेतु कार्यकारी एजेंसी सूचना पट्ट लगाया जाये।
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