पार्षद बोले लोगों को हर मूलभूत सुविधा दिलवाने कर रहे प्रयास
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कोटा: पहले लगता ही नहीं था कि हम किसी शहर में रह रहे हैं। यहां ना बुजुर्गों के सैर करने के लिए ना बच्चों के खेलने के लिए कोई जगह थी। रोड लाइट ना होने के कारण कई स्थानों पर रातभर अंधेरा फैला रहता था। लेकिन अब हालात बिल्कुल बदल चुके हैं। ये कहना है कोटा नगर निगम उत्तर के वार्ड नम्बर 39 के लोगों का। दरअसल इस वार्ड के कई हिस्सों में हुए काम बता रहे हैं कि यहां के पार्षद ने जहां तक संभव हो सका है लोगों को वो सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है जिनकी उनको जरूरत थी। लोग बताते हैं कि भले ही पूरा शहर आवारा मवेशियों से परेशान है लेकिन यहां पर गिने-चुने मवेशी नजर आते हैं। उत्तर निगम के इस वार्ड में हरिजन बस्ती, राजपूत कॉलोनी, सामुदायिक भवन के आस पास का एरिया, हुकुमचंद पापाजीवाले की गली का पूरा एरिया तथा मस्जिद गली आदि इलाके आते हैं। इन इलाकों के लोगों का कहना हैं कि हमारे पार्षद ने वार्ड के विकास में कोई कमी नहीं रखी हैं। कुछ समय पहले तक जहां वार्ड के कई हिस्सों की सड़कें उधड़ी पड़ी थी, सड़क कम और गड्ढेंÞ ज्यादा नजर आते थे, आज वहां सीसी रोड बन चुके हैं। कही पर भी डामर का काम नहीं हुआ है। कई स्थानों पर इंटरलांकिग का काम हुआ है और अभी भी चल रहा है। नियमित रूप से साफ-सफाई होने से कचरा कम ही नजर आता है और अगर कही आता भी है तो उसके जिम्मेदार कुछ लोग ही होते हैं। नियमित रूप से नालियों की सफाई होने से जाम नहीं होती और गंदा पानी सड़कों पर नजर नहीं आता है।
वहीं वार्ड के कुछ लोगों का कहना हैं कि कांग्रेस का होने के कारण पार्षद ने वार्ड में विकास के कार्य तो करवाएं हैं लेकिन उन विकास कार्यों में निर्माण सामग्री काम में ली गई हैं वो उच्च स्तरीय नहीं है और आने वाले कुछ महीनों में ये सामने भी आ जाएगा। वार्ड के कई हिस्सों में नियमित रूप से टिपर नहीं आने से सड़कों के किनारे कचरा नजर आ जाएगा। पार्षद या पार्टी के समर्थकों के काम पहले किए जाते हैं जबकि दूसरों को चक्कर लगाने पड़ते हैं। वार्ड के कुछ क्षेत्रों में आवारा मवेशियों के कारण लोगों का परेशानी झेलनी पड़ती है। रातभर श्वान लड़ते रहते हैं। कुछ जगहों पर आज भी पानी के प्रेशर की समस्या है। वार्डवासियों का कहना हैं कि वार्ड के कुछ हिस्सों में बोरिंग करवाने और वाटर कूलर लगवाने के बाद पीने के पानी की समस्या खत्म हो गई हैं। पार्षद ने खड़ा रहकर काम करवाए तो अच्छे काम हुए हैं। वार्ड के लगभग हर हिस्से में जहां जरूरत थी वहां रोड लाइट लग चुकी है। वरना पहले चोरियां होने की आंशका बनी रहती थी। लोगों का कहना है कि पार्षद को नियमानुसार होने वाला कोई भी काम बताओ तो बिल्कुल होता हैं। सरकारी स्कूल और सामुदायिक भवन का जीर्णोद्धार हुआ है। सालों से ये समस्या चली आ रही थी। वार्ड में नाली पटान का लगभग पूरा काम हुआ है। पार्षद को वार्ड की किसी समस्या के बारे में बताने की जरूरत नहीं पड़ती है। वार्ड पार्षद का कहना है कि मेरे हिसाब से इस समय वार्ड में कोई बड़ी समस्या नहीं है। श्वानों को पकड़ने की मनाही है वरना तो इस समस्या का भी समाधान कभी का हो चुका होता। वार्ड का कोई भी नागरिक मेरे पास समस्या लेकर आता है तो उसको खुद की समस्या मानकर समाधान करने का पूरा प्रयास करता हंू। कभी किसी को काम के लिए मना नहीं किया है। वार्ड को नियमित रूप से समय देने की कोशिश करता हंू। जैसे ही कोई समस्या नजर आती है उसके समाधान का प्रयास करता हंू।
इनका कहना हैं: पार्क का निर्माण करवाया है। सीसी रोड और गार्डन में इंटरलाकिंग का कार्य करवाया है। सरकारी स्कूल का जीर्णोद्धार करवाया है। लगभग 500 से अधिक लोगों को पट्टे दिलवाने में सहयोग किया है। आवारा मवेशी ना के बराबर हैं। पीने के पानी और रोडलाइट की कोई परेशानी नहीं है। वार्ड रात में स्टेडियम के समान लगता है।
-दीपक कुमार बंशीवाल, वार्ड पार्षद।
वार्ड में नया पार्क बनने के बाद लोगों को घूमने के लिए अच्छी जगह मिल गई है। पार्क में ही करसत के लिए ओपन जिम का लगवाया गया है। वार्ड में नियमित रूप से साफ-सफाई होती है। एकदम बढ़िया सड़कें हो गई है। नाली पटान के बाद गंदगी ना के बराबर नजर आती हैं। लगभग हर जरुरत की जगह पर रोड लाइट और खम्भें लगवा दिए गए हैं।
-राजेन्द्र कुमार वर्मा, वार्डवासी।
आवारा मवेशियों की समस्या ना के बराबर है। वार्ड के हालात पहले से काफी बेहतर हो गई है। सामुदायिक भवन के ठीक होने से लोगों की कई समस्याएं समाप्त हो गई हैं। बच्चों के खेलने के लिए पार्क बन गया है। पीने के पानी की कोई समस्या नहीं है। रोड लाइट लग चुकी हैं।
-राजेश सिंह हाडा, वार्डवासी।