योग के नियमित अभ्यास से ही बच्चे बनेंगे योगी, निरोगी एवं योद्धा: स्वामी रामदेव
भीलवाड़ा: योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि योग का नियमित अभ्यास करने से बच्चे योगी, निरोगी एवं योद्धा बनेंगे। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वह ऐसा काम करे की सारा जहां उन्हें सलाम करें। स्वामी रामदेव शनिवार शाम आदित्य विहार तेरापंथ नगर में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति के संयोजन एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के आयोजन में त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर के तहत आयोजित हुए विद्यार्थी चरित्र निर्माण एवं संस्कार शिविर में शहर के सैकड़ो बच्चों, उनके अभिभावकों सहित हजारों लोगों को योग प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योगासन एवं प्राणायाम से हमें कई रोगों से मुक्ति मिलती है। योग एवं आयुर्वेद से हम हाई ब्लड प्रेशर शुगर मोटापा किडनी लीवर फेफड़े आदि के रोगों से निश्चित रूप से मुक्ति पा सकते हैं। मोटापा कम करने के लिए उन्होंने आमजन को अश्वगंधा के पत्तों का नियमित सेवन करने और लौकी का जूस पीने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से मोटापा घटने सहित कई बीमारियों से हमें मुक्ति मिलेगी । उन्होंने आमजन को मोटा अनाज खाने की सलाह भी दी। इस दौरान स्वामी रामदेव ने सूर्य नमस्कार, चक्रासन, शीर्षासन, मलखंब आसन, पश्चिमोतासन का अभ्यास कराया। मलखंब की बेहतरीन प्रस्तुति हलेड मलखंब के 15 जनों की टीम ने प्रभारी मुकेश कुमावत की अगुवाई में दी। स्वामी रामदेव के साथ मेवाड़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने भी मंच पर योग का अभ्यास किया। इससे पूर्व प्रारंभ में स्वामी रामदेव सहित वामदेव ज्योतिरमठ वृंदावन के संस्थापक एवं भीलवाड़ा रामधाम के संरक्षक स्वामी अनंत देव, स्वामी परमार्थ देव, स्वामी आदित्य देव, भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, भूपेंद्र मोगरा, रजनीकांत आचार्य, भारतीय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष नागेंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र सुराना सुशील डांगी, पंकज अग्रवाल आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शिविर के शुभारंभ पर स्वामी अनंत देव ने अपने उद्बोधन में स्वामी रामदेव के कार्यों की प्रशंसा की और इसे सनातनी संस्कृति को बढ़ावा देने वाला बताया। मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने बताया कि शिविर 28 एवं 29 मई को प्रात: 5:00 से 7:30 बजे तक आदित्य विहार तेरापंथ नगर में ही आयोजित होगा। शिविर के साथ ही शिविर स्थल पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक पतंजलि वैलनेस के अनुभवी वैद्यो द्वारा भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से निशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रदान किया जा रहा है। साथ ही प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ घरेलू उपचार के नुस्खे भी बताए जा रहे हैं। इससे पूर्व शनिवार सुबह शहर के शांति भवन में आयोजित योग शिविर का शुभारंभ करते हुए योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि मैं सबको निरोगी बना कर रहूंगा और जनचेतना, आत्म चेतना, दिव्य चेतना का मैं प्रचार करूंगा। दुराचार, निराशा को मैं समाप्त करने में लगा हुआ हूं। जानवर भी बच्चे पैदा करते हैं लेकिन जो मां बच्चे पैदा करके उन्हें संस्कारित करती है वह मां भगवान समान होती है। हमें पुरुषार्थ करना पड़ेगा तभी जीवन सफल होगा। जिंदा रहते हुए भी मुर्दा बने रहना ऐसे लोग क्या बदलाव करेंगे। अपने कर्म को प्रधान रखें। आजकल राजनेता योग कर रहे हैं क्योंकि उनका राजयोग ठीक हो। मुख्यमंत्री गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री पायलट और अन्य राजनेता है जो योग में लगे हुए है। स्वामी रामदेव त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर के शनिवार सुबह शुभारंभ पर मुख्य डाकघर के सामने स्थित शांति भवन में हजारों लोगों को योग प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने ढाई घंटे तक योग, प्राणायाम के साथ-साथ सत्संग, सात्विक व आध्यात्मिक बातें बताई गई। उन्होंने रामायण की चौपाइयों का सामूहिक गान व भजन कीर्तन भी कराया। साथ ही जानलेवा बीमारियों के निवारण के लिए उपयोगी दवाओं के बारे में बताया। तथा बिना सत्संग विवेक न होई इस पर भी उन्होंने प्रकाश डाला। उनके साथ स्वामी परमार्थ देव ने पूरे विधि विधान से यज्ञ करवाया। हवन के बीच आसन, प्राणायाम व ध्यान का हजारों लोगों ने अभ्यास किया। इस दौरान सांसद सुभाष बहेड़िया, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर ब्रह्माराम चौधरी, सीओ सिटी नरेंद्र दायमा भी मौजूद रहे। व्यवस्थाओं में बंशीलाल सोडाणी, सुशील डांगी, सुनील जागेटिया, भूपेंद्र मोगरा, बनवारीलाल मुरारका, गोविंद प्रसाद सोडाणी, राजेंद्र सुराणा, रजनीकांत आचार्य, कैलाश डाड, दिलीप तिवारी, भीमाराम, करनीराम, समंदर सिंह आदि कई गणमान्य मौजूद थे।