राजस्थान

Bharatpur : मिड डे मील की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से जिलेभर में टीमें गठित विद्यालयों में बच्चों को उत्तम शिक्षा

Tara Tandi
3 July 2024 2:18 PM GMT
Bharatpur : मिड डे मील की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से जिलेभर में टीमें गठित विद्यालयों में बच्चों को उत्तम शिक्षा
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Bharatpur भरतपुर । जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव के निर्देश पर जिलेभर में मिड डे मील की गुणवत्ता की जांच के लिए 26 टीमों का गठन कर जिलेभर के 70 विद्यालयों में मिड डे मील की गुणवत्ता व मात्रा की जांच गई।
जिला कलक्टर ने गठित दल के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित तौर पर राजकीय विद्यालयों में मिड डे मील का निरीक्षण कर गुणवत्ता को परखें तथा विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों से फीडबैक प्राप्त कर आवश्यक सुधार सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को सम्मानपूर्वक बैठाकर मिड डे मील वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मिड डे मील में सप्लाई होने वाले गेंहूॅ, चावल, मसाले की जानकारी प्राप्त करने तथा रसोई में नियमित रूप से साफ सफाई का ध्यान रखते हुये
मिड डे मील तैयार कराने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि मिड डे मील योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण फ्लेगशिप योजना हैं जो बच्चों के पोषण स्तर में वृद्धि, पिछड़े वर्ग के गरीब बच्चों में शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन, नामांकन में वृद्धि, विधार्थियों का विद्यालय में ठहराव एवं लिंग, धर्म व जाति आधारित असमानता को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सन्तुलित एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध करवाना एवं बच्चों में सहयोग भावना का विकास करना है।
जिला स्तरीय एवं उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों की टीमों ने निरीक्षण में विद्यालयों में दिए जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता अधिकतर स्थानों पर संतोषजनक पाई गई। सभी विद्यालयों में रसोईघर उपलब्ध हैं, विद्यालय में तैयार भोजन मेन्यू के अनुसार है साथ ही बच्चों को भोजन परोसने से पहले अध्यापकों द्वारा भोजन की गुणवत्ता की जांच करने के लिए उसे चखा भी जाता है। निरीक्षण में अधिकतर विद्यालयों में मिड डे मील का लेखा संधारण सही से किया जा रहा है, विद्यार्थियों में जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है।
ये कमियां पाई गई-
अधिकारियों के निरीक्षण में कुछ विद्यालयों में पाया गया कि जहां पर भोजन तैयार होता है वह स्थान और बर्तन पर्याप्त साफ नहीं थे साथ ही कुक कम हेल्पर को गत माह तक का मानदेय का भुगतान नहीं किया गया था। विद्यालय में आपूर्तिकर्ता द्वारा वर्तमान त्रैमास हेतु पाउडर मिल्क की आपूर्ति नहीं की गई है। गठित टीमों के अधिकारियों ने मिड डे मील योजना को बेहतर बनाने के क्रम में संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया कि साफ-सफाई का उचित ध्यान रखा जाये, रजिस्टर संधारित किये जायें, रसोई की आवश्यक मरम्मत सुनिश्चित की जाये एवं कुक कम भोजन बनाने वाले कार्मिकों का समय पर भुगतान किया जाये।
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