राजस्थान

कोरोना के कहर के बीच राजस्थान में सीरो सर्वेक्षण में 90 प्रतिशत लोगों में 'एंटीबॉडी' मिली, CM गहलोत ने जताई खुशी

Renuka Sahu
14 Jan 2022 3:54 AM GMT
कोरोना के कहर के बीच राजस्थान में सीरो सर्वेक्षण में 90 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिली, CM गहलोत ने जताई खुशी
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फाइल फोटो 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान में सीरो सर्वेक्षण के दौरान 90 प्रतिशत लोगों में 'एंटीबॉडी' (रोग प्रतिरोधक क्षमता) पाई गई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान में सीरो सर्वेक्षण के दौरान 90 प्रतिशत लोगों में 'एंटीबॉडी' (रोग प्रतिरोधक क्षमता) पाई गई है। उन्होंने कहा, 'मुझे यह बताते हुए संतोष है कि राजस्थान में सीरो सर्विलांस करवाया गया, जिसमें 90 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है।' गहलोत के अनुसार, यह दर्शाता है कि राज्य में कोरोना संक्रमण का सामुदायिक प्रसार होकर 'हर्ड इम्युनिटी' विकसित हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि फिर भी टीकाकरण आवश्यक है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड की स्थिति को लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के साथ ऑनलाइन चर्चा की। मुख्यमंत्री गहलोत भी इसमें शामिल हुए। हालांकि, अपनी बात रखने का मौका केवल आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ही मिला। गहलोत ने बाद में कहा कि प्रधानमंत्री के साथ चर्चा में अवसर नहीं मिलने के कारण वह कोरोना प्रबंधन को लेकर अपने सुझाव सोशल मीडिया के जरिए साझा कर रहे हैं। गहलोत के सुझावों में कोरोना बचाव की एहतियाती खुराक सभी आयु वर्ग के लिए उपलब्ध करवाने, एहतियाती खुराक के लिए अंतराल को नौ माह से घटाकर तीन से छह महीने करने का सुझाव भी शामिल है।
राजस्थान में बन रहीं बड़ी लैब्स
मुख्यमंत्री के अनुसार, राज्य में 130 करोड़ रुपये की लागत से 'इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मेडिसिन एंड वायरोलॉजी' की स्थापना का काम शुरू कर दिया गया है। इसमें 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी', पुणे एवं 'स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन', कोलकाता, दोनों की विशेषज्ञताओं एवं आधुनिकतम सुविधाओं का समावेश किया जा रहा है, जिससे भविष्य में वायरसजनित बीमारियों के अध्ययन एवं चुनौतियों से निपटने में आसानी होगी।
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