राजस्थान

राजस्थान में abvp युवा कार्यकर्ता न्याय यात्रा में चलेगें पैदल

Shreya
1 Aug 2023 8:04 AM GMT
राजस्थान में abvp युवा कार्यकर्ता न्याय यात्रा में चलेगें पैदल
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राजस्थान: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी हर मोर्चे पर गहलोत सरकार पर हमला बोल रही है, वहीं इसी कड़ी में अब छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) भी सड़कों पर उतरने जा रही है, जहां महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी, पेपर के कार्यकर्ता लीकेज, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद 10 दिवसीय न्याय पदयात्रा निकालने जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक यह यात्रा 3 अगस्त से 10 अगस्त तक करौली से जयपुर के बीच होगी. वहीं एबीवीपी की ओर से कहा गया है कि पदयात्रा में 500 स्थायी पदयात्री शामिल होंगे और न्याय पदयात्रा के दौरान एबीवीपी के साथ अन्य सामाजिक संगठन भी इसका हिस्सा होंगे. इसके अलावा 200 से ज्यादा छात्राएं भी मार्च में शामिल होंगी. वहीं पदयात्रा के दौरान प्राप्त ज्ञापन व शिकायतें 10 अगस्त को राज्यपाल को सौंपी जायेगी.

कहां से कहां तक होगा सफर?

बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राजस्थान युवाओं के मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए एक बड़े आंदोलन के रूप में यह यात्रा निकाल रही है, जिसमें 3 अगस्त 2023 से 10 अगस्त 2023 तक करौली कुडगांव, गंगापुर, पिपलाई तक जाएगी. लालसोट, न्याय पदयात्रा तूंगा, बस्सी, घाट की घुनी होते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर पहुंचकर संपन्न होगी। किन मुद्दों पर हो रही है यात्रा? एबीवीपी का कहना है कि पिछले कुछ सालों में राजस्थान में महिला उत्पीड़न, भ्रष्टाचार, पेपर लीक जैसे मामले सामने आए हैं, जिससे राजस्थान के लोगों की हालत खराब हो गई है. वहीं राजस्थान पूरे भारत में अपराध के मामले में अग्रणी बन गया है. एबीवीपी के मुताबिक पेपर लीक से युवा परेशान हैं और महिलाओं को राजस्थान असुरक्षित लग रहा है, इसके साथ ही युवा अपनी बेरोजगारी को लेकर भी चिंतित हैं. मालूम हो कि राजस्थान में हो रहे पेपर लीक और भ्रष्टाचार को लेकर एबीवीपी संगठन पहले भी कई बार सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन कर चुका है. वहीं, दौरे को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार सिंह मीना ने कहा कि राजस्थान में जंगलराज चरम पर है, जहां लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई मामलों में एफआईआर दर्ज नहीं होती और सरकार ढिंढोरा पीटती है. मीना ने बताया कि 13 जुलाई 2023 को करौली में अनुसूचित जाति की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है, उस पर तेजाब फेंककर कुएं में फेंक दिया जाता है, फिर जोधपुर विश्वविद्यालय में घटना होती है, जोधपुर के बाड़मेर और ओसियां में घटना होती है. मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना में परिवार के 4 लोगों को जिंदा जला दिया गया. राजस्थान में ऐसी कई घटनाएं आम हो गई हैं, जिसे लेकर विद्यार्थी परिषद पदयात्रा कर रही है.

क्या हैं मार्च की मांगें?

वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयपुर प्रांत के प्रांत मंत्री शौर्य जैमन ने बताया कि यह न्याय मार्च हमारी मांग है-

प्रदेश में कानून व्यवस्था सुचारू रूप से लागू हो और गुंडागर्दी खत्म हो।

महिला सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया जाए और विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाए।

सरकार को सभी विवादित प्रतियोगी परीक्षाओं की भर्तियों को रद्द कर इनकी सीबीआई जांच करानी चाहिए और इसी वर्ष इन्हें निःशुल्क भर्ती देनी चाहिए।

बलात्कार और पेपर लीक में शामिल दोषियों को तुरंत सजा मिलनी चाहिए और बलात्कार के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए।

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