मध्य प्रदेश

Ujjain News: महाशिवरात्रि पर्व पर पूरी रात होगी बाबा महाकाल की पूजा

Renuka Sahu
25 Feb 2025 5:17 AM
Ujjain News: महाशिवरात्रि पर्व पर पूरी रात होगी बाबा महाकाल की पूजा
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Ujjain News: श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 17 फरवरी से शुरू हो गया है। यह श्री महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक जारी रहेगा। इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान के पट करीब 44 घंटे दर्शन के लिए खुले रहेंगे। सनातन धर्म परंपरा में जिस तरह शक्ति की उपासना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी तरह उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। बारह ज्योतिर्लिंगों में से केवल श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि उत्साह के साथ मनाई जाती है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का यह उत्सव फाल्गुन कृष्ण पंचमी 17 फरवरी से शुरू हो गया है, यह श्री महाशिवरात्रि महापर्व के अगले दिन तक जारी रहेगा।
इस दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान के पट करीब 44 घंटे दर्शन के लिए खुले रहेंगे। आज 25 फरवरी की रात्रि में महाशिवरात्रि पर्व पर भस्मआरती के लिए श्री महाकालेश्वर भगवान जी के पट प्रातः 2:30 बजे खुलेंगे। भस्मआरती के पश्चात 7:30 से 8:15 तक दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 तक भोग आरती होगी, तत्पश्चात दोपहर 12 बजे से उज्जैन तहसील द्वारा पूजन-अभिषेक किया जाएगा। सायं 4 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेट द्वारा पूजन एवं सायं को पंचामृत पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर को प्रतिदिन की भांति संध्या आरती में गर्म मीठा दूध अर्पित किया जाएगा। रात्रि में 7 बजे से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुंड के तट पर विराजमान श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन, सप्तधान्य का अर्पण, पुष्प मुकुट श्रृंगार (सेहरा) तत्पश्चात आरती की जाएगी। भगवान श्री महाकालेश्वर जी का महाभिषेक पूजन 26 फरवरी 2025 को रात्रि 11 बजे से प्रारम्भ होकर रात्रि भर चलेगा तथा 27 फरवरी को प्रातः 6 बजे तक चलेगा।
जिसमें 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश-एकादशनी रुद्रपाठ एवं विभिन्न मंत्रों द्वारा देवों के देव श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया जाएगा। तत्पश्चात भस्म लेपन, पांच विभिन्न फलों के रस से अभिषेक, पंचामृत पूजन (101 लीटर दूध, 31 किलो दही, 21 किलो मिश्री, 21 किलो शहद, 15 किलो घी), केसर मिश्रित दूध से गंगाजल, गुलाब जल, भांग आदि का अभिषेक किया जाएगा।
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी 27 फरवरी 2025 गुरुवार अभिषेक के पश्चात भगवान को नवीन वस्त्र धारण करवाए जाएंगे तथा सप्तधान्य का मुख धारण करवाया जाएगा। जिसके पश्चात भगवान महाकालेश्वर को सप्तधान्य अर्पित किया जाएगा, जिसमें चावल, साबुत मूंग, तिल, गेहूं, जौ, साल, साबुत उड़द शामिल होंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी भगवान महाकालेश्वर का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधेंगे। भगवान महाकालेश्वर जी को चन्द्र मुकुट, छत्र, त्रिपुंड एवं अन्य आभूषणों से सुसज्जित किया जाएगा। भगवान को चांदी का सिक्का एवं बिल्वपत्र भेंट स्वरूप अर्पित किया जाएगा। भगवान महाकालेश्वर की सेहरा आरती की जाएगी तथा भगवान को विभिन्न मिष्ठान, फल, पंच मेवा आदि का भोग लगाया जाएगा। 27 फरवरी 2025 को प्रातः सेहरा दर्शन के पश्चात वर्ष में एक बार दोपहर 12 बजे भस्मआरती होगी। भस्मआरती के पश्चात भोग आरती होगी एवं शिवनवरात्रि पारणा की जाएगी। 27 फरवरी को सायंकालीन पूजन, सायंकालीन आरती एवं शयन आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर के पट खोले जाएंगे।
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