मध्य प्रदेश

खिलाड़ियाें के ठहरने के लिए बनाए गए भवन का उपयोग नहीं

Admin Delhi 1
3 Feb 2023 11:30 AM GMT
खिलाड़ियाें के ठहरने के लिए बनाए गए भवन का उपयोग नहीं
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भोपाल न्यूज़: उत्कृष्ट विद्यालय मैदान के मिनी स्टेडियम में पुलिस क्वाटर्स के पास खिलाड़ियाें के ठहरने के लिए निर्मित किया गया भवन रख रखाव के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गया है. वर्तमान में स्थिति यह है कि लाखों की लागत से बना भवन खिलाड़ियाें के ठहरने के लायक भी नहीं बचा है इस कारण खिलाड़ी उत्कृष्ट विद्यालय के कमरों में ठहरते हैं.

बताया जा रहा है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा भवन का निर्माण इसलिए किया गया था ताकि मिनी स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिताओं के दौरान बाहर से आए खिलाड़ी भवन में ठहर सकें. इसके लिए भवन का निर्माण तो लाखाें की लागत से कर लिया गया लेकिन रख रखाव के अभाव में भवन की ऐसी दुर्गति हुई है जिससे लगभग चार बड़े टूर्नामेंट के बावजूद कोई भी खिलाड़ी उक्त भवन में ठहर नहीं सकता.

भवन में गंदगी पसरी हुई है जिससे खिलाड़ियों को उत्कृष्ट विद्यालय के कमरों में ठहराया गया. नियमानुसार भवन निर्माण के बाद इसके रख रखाव की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन को अथवा अन्य विभाग को दी जाना चाहिए थी लेकिन भवन को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है जिससे भवन उपयोग विहिन हो गया है वहीं धीरे धीरे क्षतिग्रस्त होने लगा है.

नगर पालिका द्वारा किया जा रहा मटेरियल डंप

लगा रहता है असामाजिक तत्वों का जमावड़ा

भवन का रख रखाव नहीं होने से भवन परिसर में असामाजिक तत्वाें का जमावड़ा लगा रहता है. बताया जा रहा है कि उक्त भवन परिसर में युवा वर्ग बैठकर नशा करता है जिससे वहां शराब की बोतलें भी जगह-जगह फैली हुई हैं. कई युवक उक्त स्थल पर गांजा का भी सेवन कर रहे हैं. रात में अंधेरा होने के कारण अवैध गतिविधियां भी होती रहती है. असामाजिक तत्वों के लिए स्टेडियम भवन एक सुरक्षित स्थल बन गया है जहां से अवैध गतिविधियां एवं अनैतिक कार्य हो रहे हैं.

नवनिर्मित भवन परिसर में नगर पालिका द्वारा मुरूम, पाईप सहित अन्य सामान डंप किया जा रहा है जिससे भवन धूल धूसरित हो गया है वहीं नगर पालिका द्वारा ठेकेदार के मजदूरों को भी उक्त भवन में ठहराया गया था जिससे मजदूरों द्वारा भोजन बनाने के लिए चूल्हा जलाने एवं दैनिक क्रियाओं से पूरा भवन गंदा हो चुका है. भवन की खिड़कियों के कांच फूट चुके हैं तथा परिसर भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. गौरतलब है कि नगर के सीवर लाईन प्रोजेक्ट के लिए ठेकेदार के मजदूर लंबे समय तक उक्त भवन में ही ठहरे थे जिसके बाद नगर पालिका द्वारा उक्त स्थल को डंप सामान रखने के लिए प्रयोग किया जा रहा है जिससे भवन निरंतर जर्जर हो रहा है.

देखभाल की जिम्मेदारी देना आवश्यक

लाखों की लागत से निर्मित स्टेडियम भवन के रख रखाव की जिम्मेदारी निर्धारित नहीं की गई है जिससे भवन लावारिस स्थिति में है. भवन निर्माण को लगभग चार वर्ष होने के बावजूद शासन द्वारा किसी भी विभाग को भवन के रख रखाव की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है. ऐसी स्थिति में शासन द्वारा जहां खिलाड़ियों की सुविधा के लिए भवन का निर्माण किया गया है. वहीं भवन जिस उद्देश्य से बनाया गया है वह पूरा नहीं हो पा रहा है. जागरूक नागरिकों द्वारा लाखाें की लागत से निर्मित भवन के रख रखाव की जिम्मेदारी किसी भी विभाग को सौंपने की मांग की गई है.

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