मध्य प्रदेश

BSF की लापता लेडी प्रशिक्षक पश्चिम बंगाल में मिलीं

Kavita Yadav
13 July 2024 6:57 AM GMT
BSF की लापता लेडी प्रशिक्षक पश्चिम बंगाल में मिलीं
x

मध्यप्रदेश Madhya Pradesh: ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) की ट्रेनिंग अकादमी से 36 दिन पहले दो महिला प्रशिक्षकों का पता संदिग्ध रूप से गायब हुआ है। दोनों पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश की सीमा पर मुर्शिदाबाद में स्थित हैं। ये दोनों काम बिना किसी हलचल के अचानक गायब हो गए थे। इनमे से एक ट्रेनर की मां ने दूसरे ट्रेनर के खिलाफ बिलौआ इंस्पेक्टर में अपहरण का मामला भी दर्ज किया था, तब से बीएसएफ, ग्वालियर पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां ​​लगातार इनकी तलाश में जुटी हुई थीं। ग्वालियर एसपी ने इनकी मुलाकात की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों ने अपहरण या किसी kidnapping or any साजिश की बात से इनकार किया है। पुलिस और बीएसएफ की संयुक्त टीम का साझा ऑपरेशन चलाया गया और यह अंत तक सफल रहा। सीमा सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसी के अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा ग्वालियर पुलिस की टीम ने भी दोनों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि यहां से गई टीम शुक्रवार को दोनों को लेकर मुर्शिदाबाद से ग्वालियर के लिए रवाना हो सकती है।

पुलिस से जुड़े घटनाक्रम Events involving the police के अनुसार जब आकांक्षा से पूछताछ की गई तो उसने पारिवारिक परेशानी के कारण शहनाई के साथ जाने की बात बताई है। अपहरण और बरगलाकार ले जाने की बात को लेकर भी पूछताछ चल रही है। ग्वालियर के एसपी धर्मवीर सिंह ने दोनों के मिलने की पुष्टि की। सिंह ने बताया कि दोनों युवतियां खुद ही बीएसएफ के मुर्शिदाबाद स्थित कैम्प कार्यालय में मौजूद थीं। जिसके बाद पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अपनी मानसिक और निजी परेशानी के कारण टेकनपुर से यहां चलीं। एसपी का कहना है कि इनके द्वारा या इनके साथ कोई अपराध नहीं किया गया है। अपनी मां के आरोपों से उलट आकांक्षा ने बयान में कहा कि उसने किसी ने आरोप नहीं लगाया है बल्कि वह खुद अपनी मर्जी से आई है। बता दें कि ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित बीएसएफ अकादमी में सहायक प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ महिला प्रशिक्षक शहनाज खातून निवासी मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल और आकांक्षा निखर निवासी जबलपुर छह जून को अचानक अकादमी से लापता हो गए थे।

पहले तो ये ग़मशुदगी कायम हुई थी। फिर आकांक्षा की मां उर्मिला निखर ग्वालियर के एसपी आफिस में जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचीं। उर्मिला ने शाहना और उसके प्रेमी पर अपनी बेटी को बरगलाने का आरोप लगाया। जांच के दौरान दोनों को रेलवे स्टेशन पर लगे पलों की फुटेज भी साथ-साथ देखी गई। इस मामले में शहनाज़ खातून पर बिलौआ थाना पुलिस ने अपहरण की एफआईआर दर्ज की थी। बांग्लादेश सीमा के आसपास के जवानों की लाशें बरामद की गई थीं। जिसके बाद ग्वालियर से बिलौआ थाना प्रभारी अभय सिंह परमार और उनकी टीम को भेजा गया। मामला बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स से जुड़ा था, इसलिए डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसियों से लेकर बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स के अधिकारी भी फरार हो गए। बांग्लादेश सीमा पर भी स्थित था। इनकी तलाश बांग्लादेश बॉर्डर पर चल रही थी क्योंकि इनकी आखिरी टांग भी दबदबा मिली थी। सूत्रों का कहना है कि ये दोनों खुद ही पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के कैंप ऑफिस में पहुंचे थे, जहां उन्होंने बताया कि वे अपनी मर्जी से आए हैं। वहीं पर दोनों से पूछताछ चल रही है।

Next Story