मध्य प्रदेश

एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बेरूखी, नियुक्ति-काउंसिलिंग पर नहीं दे रहे ध्यान

Admin Delhi 1
8 Dec 2022 8:26 AM GMT
एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बेरूखी, नियुक्ति-काउंसिलिंग पर नहीं दे रहे ध्यान
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इंदौर न्यूज़: अंगदान को लेकर इंदौर द्वारा देश में रचा कीर्तिमान पुरानी बात होती जा रही है. पिछले 7 वर्ष में अंगदान के लिए इंदौर में 45 बार ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए. वर्ष 2014 से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कई लोगों को जीवनदान दिया, लेकिन पिछले तीन वर्षों में अंगदान को लेकर उत्साह कम हो गया है. कोरोना काल के समय बंद हुए ऑर्गन डोनेशन फिर शुरू हो गए हैं, लेकिन रफ्तार सुस्त है. कैडेवर डोनेशन के लिए लोग आगे नहीं आ रहे हैं. इंदौर ऑर्गन डोनेशन सोसाइटी के साथ सोटो (स्टेट ऑर्गन टीशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन) की स्थापना भी भोपाल की जगह इंदौर में की गई. इसके बावजूद सोटो की नियुक्तियां ही नहीं हो पाई हैं. एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बेरूखी के कारण नियुक्ति-काउंसिलिंग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

इंदौर में 2015 से लेकर अब तक 45 बार अंगदान के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया चुका है. इनमें 74 को किडनी, 37 को लिवर के साथ कॉर्निया, त्वचा और 17 को हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए उपलब्ध करवाया गया. इंदौर से 41 वर्षीय पुरुष का हार्ट आज 5 वर्षीय बच्ची का दिल बनकर धड़क रहा है. मप्र समेत दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी जरूरतमंदों को अनमोल सौगात मिली है. दूसरे सूबों में हवाई मार्ग से अंग पहुंचाए गए.

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