हरियाणा में प्रतिनिधि सभा में पास प्रस्तावों से स्वयंसेवकों को कराया गया अवगत
धनबाद न्यूज़: भाजपा के साथ 2024 की तैयारी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी जुट गया है. धनबाद स्थित राजकमल विद्या मंदिर में संघ की हुई समन्वय बैठक में कोयलांचल में सक्रिय संघ की भाजपा समेत सभी अनुषंगी इकाइयों के प्रतिनिधि शामिल हुए. सह प्रांत प्रचारक राजीवकांत की मौजूदगी में बैठक हुई. इसी महीने हरियाणा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्तावों से अनुषंगी इकाइयों को अवगत कराया गया.
संघ से जुड़े सूत्रों ने बताया कि संघ की सबसे निर्णायक समिति प्रतिनिधि सभा होती है. प्रतिनिधि सभा में कई अहम प्रस्ताव पास किए गए हैं. इसकी जानकारी दी गई एवं इनके क्रियान्वयन का तरीका बताया गया. संकेत दिया गया कि उक्त प्रस्ताव में कई महत्वपूर्ण बातें भी शामिल हैं, जिनका 2024 को लेकर राजनीतिक सरोकार है. संघ का प्रत्यक्ष रूप से राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं हो लेकिन भाजपा के लिए 2024 की जमीन तैयार करने में स्वयंसेवकों की अहम भूमिका होगी.
एक स्वयंसेवक ने बताया कि राजकमल विद्या मंदिर में आयोजित बैठक संघ के प्रांतस्तरीय पदाधिकारियों के अलावा भाजपा के कई नेता, भारतीय मजदूर संघ, विद्यार्थी परिषद्, क्रीड़ा भारती, संस्कार भारती, दुर्गा वाहिनी, एकल सहित कई अनुषंगी इकाइयों के प्रतिनिधि मौजूद थे. शाखा लगाने पर जोर दिया गया है. वहीं संकेत दिया गया है कि हिन्दुस्तान में रहनेवाले सभी अपने लोग हैं.
ज्यादा से ज्यादा लोगों को संघ से जोड़ने की पहल होगी.स्वआधारित व्यवस्था यानी स्वदेशी पर जोर के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में महिलाओं को भी जोड़ा जाएगा. संघ इसको लेकर विचार कर रहा है. अब तक सीधे तौर पर संघ में महिलाओं को इनमें शामिल नहीं किया जाता था. महिलाएं दुर्गा वाहिनी व अन्य संगठनों से जुड़ी हुई थी. अब सीधे संघ की शाखाओं से जुड़ेंगी.
सूत्रों ने बताया कि देशभर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 42613 दैनिक शाखाएं लगाई जा रही हैं. इसके अलावा साप्ताहिक और मासिक बैठक भी हाती हैं. मासिक बैठकों के दौरान स्वयंसेवक गांवों में जाएंगे और राष्ट्रीय व सामाजिक विषयों पर चर्चा करेंगे. संघ ने देश को 911 जिलों में बांट रखा है. इनमें से 901 जिलों में शाखा का कार्य 90 प्रतिशत हो रहा है. लोगों के जुड़ाव का बड़ा माध्यम संघ की वेबसाइट है.
सांगठनिक दृष्टिकोण से इसका और विस्तार किया जाएगा. महिलाओं को भी संघ से जोड़ने पर बल दिया गया है. दुर्गावाहिनी जैसा संगठन महिलाओं के लिए पहले से कार्यरत है. संभव है अब महिलाएं संघ की मुख्यधारा से जुड़ सक्रिय हो सकेंगी.