झारखंड

बजट पर चर्चा में हवाईअड्डा को बताई धनबाद की जरूरत

Admin Delhi 1
8 Feb 2023 7:08 AM GMT
बजट पर चर्चा में हवाईअड्डा को बताई धनबाद की जरूरत
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धनबाद न्यूज़: धनबाद क्लब में भाजपा की ओर से आयोजित बजट पर चर्चा में धनबाद के लिए हवाईअड्डे की मांग उठी. विकास की दौड़ में हवाई अड्डा की कमी धनबाद को महसूस हो रही है.परिचर्चा में शहर के बुद्धिजीवी, जिला चैंबर के पदाधिकारी, झारखंड इंडस्ट्रीयल ट्रेड एसोसिएशन तथा झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी तथा भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे. मुख्य वक्ता गोड्डा के विधायक अमित मंडल ने आम बजट 2023-24 को एतिहासिक करार देते हुए कहा कि अमृत काल के पहले बजट ने विकसित भारत के संकल्प और गरीबों एवं मध्यम वर्ग सहित आकांक्षी समाज के सपनों को पूरा करने के लिए एक मजबूत आधार स्थापित किया है. भारतीय अर्थव्यवस्था को एक चमकते सितारे के रूप में स्थापित करने एवं सुदृढ़ आर्थिक विकास के लिए सप्तर्षी रूपी बजट में सात फोकस क्षेत्रों में समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचा में निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति तथा वित्तीय क्षेत्रों पर बल दिया गया है. अध्यक्षता भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने की.

मौके पर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री ने अमृत काल बजट में आयकर में मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी है. छूट की सीमा में वृद्धि व नई कर व्यवस्था में बदलाव से आदमी के हाथ में अधिक पैसा बचेगा, खपत बढ़ेगी और विकास को गति मिलेगी. पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि यह मोदी सरकार का सर्वोत्तम बजट है क्योंकि पूंजी व्यय में वृद्धि के अलावा हरित विकास और सतत विकास पर जोर दिया गया है. अगले 50 साल में भारत में अर्थव्यवस्था को शून्य उत्सर्जन के स्तर का संकल्प लिया है. उद्योगपति तथा समाजसेवी केदारनाथ मित्तल ने कहा कि सरकार ने बेवजह खर्च को तरजीह नहीं देते हुए वित्तीय घाटे को नियंत्रित करने का लक्ष्य हासिल करने की कोशिश की है. जीटा महासचिव राजीव शर्मा ने धनबाद के विकास के लिए एयरपोर्ट और रिंग रोड की आवश्यकता पर जोर दिया. कहा कि बोकारो में हवाईअड्डा के बहाने धनबाद की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए. धनबाद जिला चैंबर के महासचिव अजय नारायण लाल ने कहा कि बजट को लेकर कुछ चिंता और चुनौती भी है. सरकार ने टैक्स में राहत देकर मध्यमवर्ग को राहत पहुंचाने की कोशिश की है लेकिन उससे भी ज्यादा चिंता रोजगार को लेकर है. कार्यक्रम के संयोजक संजय झा ने संचालन किया. रागिनी सिंह, रमेश राही, लोकेश अग्रवाल, धनेश्वर महतो, मानस प्रसून, महेंद्र शर्मा, सुरेश महतो, मिल्टन पार्थसारथी, अमलेश सिंह, रीता यादव, बबलू फरीदी, निर्मल प्रधान, राज कुमार मंडल, रूपेश सिन्हा, प्रियंका रंजन, बॉबी पांडे, रणविजय सिंह, गौरीशंकर केसरी, मिथिलेश राम थेञ

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