झारखंड
Goilkera : गोइलकेरा क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहा अवैध बालू का कारोबार
Tara Tandi
8 Oct 2024 12:03 PM GMT
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Goilkera गोइलकेरा : झारखंड में एनजीटी की रोक के बावजूद पश्चिमी सिंहभूम जिला के गोइलकेरा क्षेत्र की नदियों से धड़ल्ले से अवैध बालू का कारोबार हो रहा है. पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत से रोजाना दो दर्जन से अधिक बड़े-बड़े हाइवा के साथ-साथ ट्रैक्टरों से बालू का उठाव कर चक्रधरपुर व आसपास के क्षेत्रों में भेजा जाता है. गोइलकेरा थाना क्षेत्र के सेरेंगदा, भरडिहा, दलकी, समीज आश्रम क्षेत्र के अलावे मनोहरपुर व गुदड़ी थाना क्षेत्र के विभिन्न घाटों से बालू का उठाव हो रहा है. बालू गोइलकेरा के रास्ते ही चक्रधरपुर व आसपास के क्षेत्रों में पहुंचता है, जबकि इस रास्ते सड़क किनारे ही कई थाना हैं. इसके बावजूद बेखौफ होकर रोजाना बालू माफिया बालू का अवैध कारोबार कर रहे हैं. वहीं बालू माफियाओं द्वारा जंगल में नदी किनारे कई जगह पर बालू की भारी मात्रा में भंडारण किया गया है. पूर्व की एसडीओ रीना हांसदा कई बार बालू कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी भी कर चुकी हैं, लेकिन फिर से अवैध बालू का कारोबार ने रफ्तार में पकड़ लिया है.
सिंडिकेट बनाकर हो रहा कारोबार
बालू का अवैध कारोबार करने वाले कारोबारी सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं. इसमें हाइवा मालिकों के साथ-साथ ट्रैक्टर मालिकों का गुट शामिल है. किसी के पास चार, तो किसी के पास 8-10 हाइवा व ट्रैक्टर हैं. सबसे ज्यादा हाइवा व ट्रैक्टर चक्रधरपुर के गाड़ी मालिकों की है. इसी सिंडिकेट में हाइवा व ट्रैक्टर मालिक शामिल हैं. वहीं रात के अंधेरे में सबसे ज्यादा बालू का कारोबार होता है. जिन बालू घाटों से खनन किया जाता है उक्त स्थान पर पुलिस भी नहीं जाती है. इसके कारण बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है.
दुर्घटना का बना रहता है खतरा
सड़क पर तेज रफ्तार में बालू लदे हाइवा व ट्रैक्टर चलने से हमेशा दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है. कई बार कई लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. तेज रफ्तार में होने के कारण बीते एक सप्ताह पहले कई बालू लदा हाइवा भी सड़क पर असुंलित होकर गिर गया था. कुछ दिनों पूर्व एक स्कॉर्पियो गाड़ी को भी बालू लदा हाइवा अपनी चपेट में ले लेता. इसके बाद ग्रामीणों ने हाइवा चालक की जमकर पिटाई भी कर दी थी. वहीं सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चों में भी हमेशा दुर्घटना का डर सताता रहता है.
बिना नंबर प्लेट व चालान के गाड़ियों से होता है कारोबार
गोइलकेरा क्षेत्र के बालू घाटों से होने वाले खनन के बाद बालू का उठाव ज्यादतर बिना नंबर प्लेट व बिना चालान वाली गाड़ियों में किया जाता है, ताकि पकड़े जाने पर भी कार्रवाई से बच सकें. खासकर इसमें ट्रैक्टरों की संख्या सबसे ज्यादा है. वहीं ओडिशा के फर्जी चालान से भी कारोबार किया जाता है. बालू का उठाव करने व लाने ले जाने में बालू माफिया नाबालिग बच्चों से भी काम लेते हैं.
वन विभाग पूछताछ के बाद छोड़ देती है गाड़ियां
गोइलकेरा क्षेत्र के बालू घाटों से होने वाले अवैध खनन को लेकर छापेमारी के दौरान कई बार वन विभाग की टीम ने गश्ती के दौरान अवैध बालू लदे हाइवा व ट्रैक्टर चालकों से पूछताछ की है, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया जाता है. वहीं वन विभाग के एक वरीय अधिकारी से इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि बालू का अवैध कारोबार रोकना हमारा काम नहीं है. पुलिस इस पर ध्यान नहीं देती है. गश्ती के दौरान मिलने वाले हाइवा व ट्रैक्टर चालकों से पूछताछ के बाद छोड़ दिया जाता है.
महंगे दाम पर बेचे जा रहे बालू
बालू का अवैध तरीके से खनन होने के कारण महंगे दाम पर बालू बेचे जा रहे हैं. इससे जरुरतमंद लोग अपना आवास निर्माण या अन्य कार्य बालू के महंगे दाम के कारण नहीं कर पा रहे हैं. बताया जाता है कि एक हाइवा बालू 40 से 45 हजार रुपये व एक ट्रैक्टर बालू चार से पांच हजार रुपये में बेचे जाते हैं. बालू माफियाओं के कारण ही दाम में बढ़ोत्तरी हुई है.
अवैध बालू कारोबारियों पर हो रही कार्रवाई: टुडू
इधर इस संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला के जिला खनन पदाधिकारी मेघलाल टुडू से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अवैध बालू का कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.उन्होंने कहा कि एक दिन पहले रात में छापेमारी कर चार ट्रैक्टर को पकड़ा गया है. खनन विभाग द्वारा अपने स्तर से कार्रवाई की जा रही है.
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