जम्मू और कश्मीर

सुरक्षा बलों में तैनात अब जम्मू-कश्मीर के सैनिक की शहादत पर परिवार को मिलेंगे 25 लाख की अनुग्रह राशि

Renuka Sahu
7 July 2022 2:14 AM GMT
Now on the martyrdom of the soldier of Jammu and Kashmir posted in the security forces, the family will get an ex-gratia of 25 lakhs
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फाइल फोटो 

सुरक्षा बलों में तैनात जम्मू-कश्मीर के सैनिक की शहादत होने पर अब परिवार को पांच लाख के बजाय 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सुरक्षा बलों में तैनात जम्मू-कश्मीर के सैनिक की शहादत होने पर अब परिवार को पांच लाख के बजाय 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। रक्षा विभाग के अधीन आने वाले सुरक्षा बल के जवान की प्रदेश में शहादत पर आश्रितों को पहले पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाती थी। प्रशासनिक परिषद ने इसे पांच गुना बढ़ाने की मंजूरी देकर 25 लाख कर दिया है।

प्रशासनिक परिषद की बैठक में फैसले पर मुहर
जम्मू-कश्मीर से बाहर ड्यूटी के दौरान शहीद होने पर प्रदेश के रहने वाले सैनिक के परिवार को भी 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित प्रशासनिक परिषद की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगाई गई।
एक फरवरी, 2022 से प्रभावी होगा फैसला
प्रशासनिक परिषद का यह फैसला एक फरवरी, 2022 से प्रभावी होगा। प्रशासनिक परिषद के अनुसार इस फैसले से जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य राज्यों में अनुग्रह राशि के मामले में असमानता दूर होगी। इससे प्रदेश के सैन्य कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा। बैठक में एलजी के सलाहकार राजीव राय भटनागर, मुख्य सचिव अरुण कुमार, प्रधान सचिव नीतीश्वर कुमार भी मौजूद रहे।
ट्रांसपोर्ट नगर नरवाल का दर्जा बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर
प्रशासनिक परिषद की बैठक में नरवाल स्थित ट्रासंपोर्ट नगर का दर्जा बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है। प्रस्ताव के तहत सड़क नेटवर्क में सुधार व अन्य ढांचागत सुविधाओं पर 33.57 करोड़ की राशि खर्च होगी और परियोजना को एक साल की अवधि में पूरा किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में प्रतिदिन करीब एक से सवा लाख लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा पार्किंग क्षेत्र में 150 बसों के खड़ा होने की व्यवस्था के अलावा यात्री शेड और बुकिंग काउंटर भी हैं।
33.57 करोड़ की राशि से एक साल में पूरा होगा कार्य
यहां पर करीब 1685 दुकानें, 96 वेयर हाउस और गोदाम भी हैं। दर्जा बढ़ाने के कार्य के तहत मुख्य सड़क पर तारकोल डालने के अलावा साढ़े सात मीटर की चौड़ाई वाली आंतरिक सड़कों और पक्की नालियों का निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में इस क्षेत्र में यातायात के बढ़ने से सड़कों की हालात काफी खस्ता है और व्यापारिक गतिविधियों पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा था।
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