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जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जैश-ए-मोहम्मद के एक सदस्य को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक सदस्य को जम्मू-कश्मीर में आतंकी साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के जरिये भारत को अस्थिर करने के लिए सीमा पार स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा रची जा रही साजिशों के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई के दौरान उसकी गिरफ्तारी की गई.
जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ा जिले का रहने वाला मोहम्मद उबैद मलिक नामक यह संदिग्ध आतंकी पाकिस्तान में बैठे जैश कमांडर के लगातार संपर्क में था. NIA की जांच के अनुसार, पाकिस्तान स्थित जेईएम कमांडर की जांच से पता चला कि आरोपी पाक स्थित कमांडर को गुप्त सूचना भेज रहा था. वह विशेष रूप से सैनिकों और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में बता रहा था. एनआईए ने आरोपी के कब्जे से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में उसकी संलिप्तता दिखाने वाले कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
अत्याधुनिक हथियारों से जुड़ा है मामला
यह मामला 21 जून 2022 को एनआईए द्वारा स्वत: संज्ञान में दर्ज किया गया था. यह विभिन्न अभियुक्त आतंकवादी संगठनों के कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) द्वारा पाकिस्तान में स्थित अपने कमांडरों के साथ मिलकर रची गई साजिशों से संबंधित है. इसमें नशीले पदार्थों, नकदी, हथियारों, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (IEDs) की विशाल खेपों का संग्रह और वितरण शामिल है, जिसमें रिमोट कंट्रोल से चलने वाले स्टिकी बम/चुंबकीय बम शामिल हैं.
सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साजिश
एनआईए की जांच के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए आईईडी और विस्फोटक अक्सर ड्रोन के माध्यम से वितरित किए जाते हैं और स्थानीय स्तर पर भी इकट्ठे किए जाते हैं. हमलों में मुख्य रूप से अल्पसंख्यकों और सुरक्षा बलों के जवानों को निशाना बनाया जाता है.
जारी है एनआईए की जांच
शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने, आतंकवादी कृत्यों में शामिल होने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के व्यापक उद्देश्य के साथ एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया अनुप्रयोगों पर भौतिक और साइबर स्पेस दोनों में साजिश रची जा रही है. इस मामले में अभी जांच जारी है.