जम्मू और कश्मीर

जम्मू में आतंकियों के बारे में जानकारी देते एडीजी मुकेश सिंह, जानें क्या कहा

Renuka Sahu
19 July 2022 2:56 AM GMT
ADG Mukesh Singh giving information about terrorists in Jammu, know what he said
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फाइल फोटो 

पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये हथियार मंगवाकर बड़े हमले करने वाले तीन आतंकी मॉड्यूल ध्वस्त किए गए हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये हथियार मंगवाकर बड़े हमले करने वाले तीन आतंकी मॉड्यूल ध्वस्त किए गए हैं। जम्मू और राजोरी से छह आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार और नकदी बरामद की गई है। गिरफ्तार आतंकियों में एक जम्मू के खटीकां तालाब, दो सांबा और कठुआ के और तीन राजोरी जिले के हैं। जम्मू के खटीकां तालाब में रहने वाले आतंकी के घर पर छापा मारकर पुलिस ने बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए हैं।

तमाम साजिशों की पुलिस जांच कर रही
एडीजीपी मुकेश सिंह ने सोमवार को बताया कि पिछले एक डेढ़ साल से जम्मू संभाग में ड्रोन के जरिये हथियार भेजने, आईईडी और स्टिकी बम भेजने के कई मामले सामने आए। राजोरी, उधमपुर और जम्मू के सुंजवां में आईईडी धमाके और आतंकी हमले हुए। इन तमाम साजिशों की पुलिस जांच कर रही थी। जांच में तीन आतंकी माड्यूल सामने आए, जिन्हें ध्वस्त किया गया है।
जम्मू में फैजल मुनीर चला रहा था मॉड्यूल, 15 खेप ठिकानों पर भेजीं
लश्कर आतंकी बशीर सिजान डोडा का रहने वाला है जो पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहा है। इसके साथ एक और आतंकी है, जिसका कोड नाम एलबर्ट है। इन दोनों ने जम्मू शहर, सांबा और कठुआ में आतंकी माड्यूल तैयार किया, जिसकी जिम्मेदारी जम्मू के खटीकां तालाब के रहने वाले लश्कर आतंकी फैजल मुनीर को दी गई। मुनीर अब तक 15 बार ड्रोन के जरिये हथियार ले चुका है और इसे अलग-अलग जगहों पर पहुंचा चुका है। मुनीर के साथ इस माड्यूल में 5 आतंकी और हैं, इनमें से 2 गिरफ्तार किए गए हैं।
गिरफ्तार आतंकी सांबा और कठुआ के रहने वाले
गिरफ्तार आतंकी सांबा और कठुआ के रहने वाले हैं। इनके नाम हबीब और मियां सुहेल हैं। वर्ष 2000 में जम्मू में हरि सिंह स्कूल में ठहरे अमरनाथ यात्रियों पर एक फिदायीन हमला हुआ था। इसमें फैजल मुनीर भी शामिल था और दोषी पाए जाने पर उसे सजा मिली, लेकिन बाद में जमानत पर छूट गया। पिछले 2 साल से यह फिर से लश्कर के साथ जुड़ गया और उसके साथ काम करने लगा। डेढ़ साल से पाकिस्तान से कठुआ और सांबा में 15 बार ड्रोन से आए हथियारों और विस्फोटकों को फैजल ने रिसीव कर कश्मीर पहुंचाया।
स्टिकी बम और ग्रेनेड मिले
मुनीर के घर पर पुलिस ने छापा मारा। यहां से एक एके 47, 5 पिस्टल, 8 ग्रेनेड और एक तराजू बरामद किया है। 2020 जून में कठुआ में बीएसएफ ने एक ड्रोन मार गिराया था। अभी कुछ माह पहले हीरानगर में भी ड्रोन मार गिराया गया। इसमें स्टिकी बम और ग्रेनेड मिले। यह सब फैजल ने मंगवाए थे। पिछले साल श्रीनगर में बरामद की गईं 15 पिस्टल भी फैजल ने ड्रोन के जरिये कठुआ से मंगवाईं थीं, जो उसने श्रीनगर भेजीं।
तीन आतंकियों की तलाश जारी
फैजल जम्मू, सांबा और कठुआ में ड्रोन के जरिये आने वाले हथियार लेता था और सभी साजिशों में शामिल है। पुलिस इस मामले में बाकी के तीन आतंकियों की तलाश कर रही है। ड्रोन के जरिए इनको पैसों के पैकेट भी आते थे। एक स्विफ्ट कार भी फैजल से बरामद की गई है, जिसका इस्तेमाल वह आतंकी साजिशों के लिए करता था।
माहौर के कासिम ने राजोरी में खड़े किए दो माड्यूल
रियासी के माहौर के रहने वाले आतंकी कासिम ने राजोरी जिले में दो माड्यूल तैयार किए। जिसे राजोरी में हमले की जिम्मेदारी दी गई। एक माड्यूल राजोरी के दराज के रहने वाले अल्ताफ हुसैन और दूसरे की जिम्मेदारी रियासी में पकड़े गए आतंकी तालिब हुसैन को दी गई। अल्ताफ हुसैन ने पिछले साल राजोरी शहर में भाजपा नेता जसवीर सिंह के घर पर ग्रेनेड हमला किया था। आतंकी तालिब हुसैन पांच मामलों में शामिल है।
इसमें तीन बार राजोरी के कोटरंका में आईईडी हमले, एक बार बुद्धल में ग्रेनेड हमला, कोटरंका में दो आईईडी हमले, दराज गांव में रंजीत सिंह नाम के व्यक्ति पर फायरिंग और करामत शाह की गोली मारकर हत्या करने में भी तालिब शामिल है।
इन दोनों से मिला जखीरा
राजोरी के रहने वाले अल्ताफ और तालिब के पास से बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए। यह हथियार और विस्फोटक पांच बार नौशेरा के लंबेड़ी में ड्रोन से गिराए गए थे, जिसे दोनों ने रिसीव किया था। इनमें 3 एके 47, 8 यूजीबीएल ग्रेनेड, 7 चाइनीज ग्रेनेड, 6 पिस्टल, 4 प्रेशर माइन, 5 रिमोट कंट्रोल आईईडी, 6 स्टिकी बम बरामद किए गए। इनमें से तीन का इस्तेमाल कोटरंका में धमाके में किया गया। इसके अलावा दो आईईडी भी मिली हैं। इसमें एक 5 किलो की और दूसरी 2 किलो की है।
तीन तरह के काम सौंपे थे आतंकियों को
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आने वाले हथियार और गोला बारूद को लेकर कश्मीर पहुंचाना।
आतंकियों को कश्मीर से जम्मू और जम्मू से कश्मीर ले जाना।
जम्मू के धार्मिक स्थलों, भाजपा नेताओं, सुरक्षाबलों, अल्पसंख्यकों पर स्टिकी बम और ग्रेनेड से हमला करना था।
पीर पंजाल, जम्मू में 7 आतंकियों की तलाश
एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि तालिब और अल्ताफ के साथ काम करने वाले 4 और आतंकी हैं, जो पीर पंजाल में मौजूद हैं। इनकी तलाश में पुलिस को रवाना कर दिया गया है। इनको पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। जम्मू के आतंकी फैजल के साथ तीन और आतंकी हैं। इनकी तलाश जारी है। मुकेश सिंह ने दावा किया है कि पिछले एक डेढ़ साल में जम्मू में जितनी भी ड्रोन से साजिशें और आतंकी वारदातें हुई हैं। सबको सुलझा लिया गया है। लश्कर के एक ड्रोन नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है।
कटड़ा हमले की जांच काफी आगे
डेढ़ महीना पहले कटड़ा में हुए बस धमाके पर एडीजीपी मुकेश सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है। कुछ लोगों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही इस मामले की जांच पूरी कर खुलासा किया जाएगा।
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