हिमाचल प्रदेश

सचिवालय कर्मी ने लगाई थी एक करोड़ की बोली, जानें क्या बोले अग्निहोत्री

Gulabi Jagat
8 March 2023 9:20 AM GMT
सचिवालय कर्मी ने लगाई थी एक करोड़ की बोली, जानें क्या बोले अग्निहोत्री
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शिमला: फर्जी नंबर कांड का मुख्य आरोपी शिकंजे में आ गया है। एक करोड़ से अधिक की बोली लगाने वाले शिमला के आरोपी की पहचान सचिवालय के कर्मचारी के रूप में हुई है। इस कर्मचारी के खिलाफ परिवहन विभाग अब एफआईआर दर्ज करेगा। यह बात परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कही है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों कोटखाई में एक नंबर की नीलामी की गई थी। इस नंबर को हासिल करने के लिए तीन बोलीदाताओं ने एक करोड़ से ज्यादा की बोली लगाई और इसके बाद नंबर की खरीद नहीं की। इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित बोलदाताओं की पहचान की गई है। इसमें एक सचिवालय का कर्मचारी भी है, जिसने सर्वाधिक बोली लगाई थी।
विभाग उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगा। फैंसी पोर्टल पर वीआईपी नंबर एचपी 99-9999 की नीलामी में लगी फर्जी बोलियों के बाद परिवहन विभाग ने पोर्टल सस्पेंड कर दिया है। आगामी आदेशों तक कोई भी फैंसी पोर्टल पर वीआईपी नंबर नहीं खरीद सकता है। परिवहन विभाग ने एनआईसी को पोर्टल में सुधार करने को कहा है। ऐसे में अब एनआईसी से सॉफ्टवेयर अपडेट करेगा। नई व्यवस्था में वीआईपी नंबर की बोली लगाने के लिए रिजर्व प्राइस की 30 प्रतिशत राशि बिडिंग में भाग लेने से पहले ही जमा करवानी होगी। अगर सबसे ज्यादा बोलीदाता बोली लगाने के बाद नंबर को नहीं खरीदता हैं तो उसकी 30 फीसदी राशि जब्त हो जाएगी और नंबर दोबारा से पब्लिक डोमेन में चला जाएगा।
99 सीरीज के लिए एक करोड़ 12 लाख रुपए की लगाई थी बोली
आरएलए कोटखाई में एचपी 99 की सीरीज दी गई है। इस सीरीज के एचपी 99-9999 नंबर के लिए देशराज ने सबसे ज्यादा एक करोड़ 12 लाख 15 हजार 500 रुपए की बोली दी है। दूसरे नंबर पर संजय कुमार ने एक करोड़ 11000 रुपए की बोली लगाई है। तीसरे नंबर पर धर्मवीर सिंह ने एक करोड़ 500 रुपए की बोली लगाई थी।
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