हिमाचल प्रदेश

लाहुल-स्पीति तीसरे स्थान पर, सीएम ने तीनों जिलों के उपायुक्त किए सम्मानित

Shantanu Roy
11 Oct 2023 11:26 AM GMT
लाहुल-स्पीति तीसरे स्थान पर, सीएम ने तीनों जिलों के उपायुक्त किए सम्मानित
x
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आर्थिकी और सांख्यिकी विभाग द्वारा तैयार हिमाचल प्रदेश जिला सुशासन सूचकांक पर वार्षिक रिपोर्ट-2022 जारी की। इस रिपोर्ट में आठ मूल विषय, 19 केन्द्र बिन्दु तथा 90 विशिष्ट कारक शामिल किए गए हैं। सुक्खू ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए सुशासन के साथ पारदर्शी व जवाबदेह सरकार अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और शासन की मूल इकाई जिला है। जिलों के प्रदर्शन को नागरिक कल्याण की योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन तथा समावेशी विकास के लिए विभिन्न महत्त्वपूर्ण सुशासन संकेतकों पर मापा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति और आगामी चुनौतियों के दृष्टिगत राज्य में विकास के प्रतिमानों में बदलाव की आवश्यकता है। हिमाचल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली व जल आपूर्ति सहित विविध क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न विकास संकेतकों पर कई अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है और समावेशी तथा समग्र विकास के आदर्श राज्य के रूप में उभरा है।
जिला सुशासन सूचकांक की चौथी रिपोर्ट 12 जिलों के माध्यमिक आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है, जिसके अंतर्गत सभी जिलों के तुलनात्मक आकलन के लिए सभी आंकड़े एकत्रित किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कांगड़ा के उपायुक्त डा. निपुण जिंदल, हमीरपुर के उपायुक्त हेमराज बैरवा और लाहुल-स्पीति के उपायुक्त राहुल कुमार को यह पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि जिला सुशासन सूचकांक तत्काल सुधार के लिए मजबूत और कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने में सहायक है और जिलों की रैंकिंग को मापता है। प्रधान सचिव, वित्त मनीष गर्ग ने कहा कि इस वर्ष की रिपोर्ट में जिलों और संबंधित विभागों को विशिष्ट संकेतकों में सुधार के लिए एक रोडमैप तैयार करने में सक्षम बनाया जाएगा। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव वित्त डा. अभिषेक जैन, आर्थिक सलाहकार डा. विनोद कुमार, विभिन्न जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित थे।
Next Story