हिमाचल प्रदेश

कलयुग में गो सेवा से बड़ा कोई मानव धर्म नहीं

Shantanu Roy
8 Oct 2023 12:07 PM GMT
कलयुग में गो सेवा से बड़ा कोई मानव धर्म नहीं
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जोगिंद्रनगर। शहर के सनातन धर्मसभा मंदिर में चल रही श्रीराम कथा के सातवें दिन कथावाचक महात्मा श्री राम मोहनदास रामायणी ने कहा कि कलयुग में गो सेवा से कोई भी मानव धर्म नहीं है। देश व प्रदेश में सडक़ों पर घूम गाय ओर बैल के संरक्षण पर उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस घर में गो माता की पूजा होनी चाहिए थी। वहां पर मौजूदा परिवेश में गोवंश अपमान हो रहा है। बताया श्रीराम कथा में गो सेवा का महत्व बताया गया है, बाबजूद भी हम अपने इस नेतिक धर्म के अनुसरण को लेकर चिंतित नहीं हैं। इससे पहले श्री राम कथा में मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम के नाम को हर क्षण में स्मरण करना चाहिए । बताया कि राम सर्वमुक्त है और शिव के प्रति इनकी अराधना हर वर्ग के लोगों के लिए मौक्ष की प्राप्ति का सरल साधन है। बताया कि मनुष्य की अंतिम यात्रा में भी राम नाम का घोष किया जाता है। सूर्य, चंद्रमा, अग्नि, वायु में भी राम नाम समाहित है।
भगवान शिव श्री राम के चरित्र पर आधारित श्रीराम कथा हमारे जीवन में नवाचार भी लाती है शनिवार को कथावाचक राम मोहनदास रामायणी ने कहा कि राम से बड़ा ही राम का नाम है। मनुष्य जीवन से लेकर अंत तक इस नाम का सिमरण स्वर्ग का रास्ता भी प्रशस्त करता है। राम नाम की महिमा हर घर में जागृत हो इसलिए संत समाज के द्वारा इनकी महिमा का गुणगान ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों में लगातार किया जा रहा है। श्रीराम कथा के दौरान उन्होंने भगवान शिव व पार्वती के जीवन पर भी प्रकाश डाला। करीब तीन घंटे की कथा के दौरान आचार्य अजीत ने भजन व संकीर्तन से श्रीराम कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं का भरपूर मंनोरंजन किया। इस दौरान राम जन्म उत्सव की खुशियां भी मनाई गई देर शाम पांच बजे कथा के समापन से पहले प्रभु श्रीराम की महाआरती उतारकर श्रीराम के नारों का जयघोष भी श्रद्धालुओं ने किया। शहर के सनातन धर्मसभा मंदिर में श्रीराम कथा का यह सिलसिला नौ अक्तूबर तक जारी रहेगा। श्रीराम कथा आयोजक समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा तथा उपाध्यक्ष प्यार चंद ने बताया कि पित्रदोष निवारण भी इस धार्मिक अनुष्ठान के दौरान होता रहेगा।
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