हिमाचल प्रदेश

टीएमसी में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी

Shantanu Roy
26 Sep 2023 10:09 AM GMT
टीएमसी में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी
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टीएमसी। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी हुई। सोमवार को टांडा अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के अंतर्गत पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी हुई। भरमौर की 26 वर्षीय अजय कुमारी के दिल में छेद था, जिसे ओपन हार्ट की सर्जरी के माध्यम से ठीक किया गया। मरीज अजय कुमारी अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। टांडा अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के एचओडी विशेषज्ञ डाक्टर देशबंधु शर्मा, विशेषज्ञ डा. विकास पंवर, विशेषज्ञ डा. पुनीत शर्मा, शिमला चमियाना अस्पताल के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया की संयुक्त टीम ने टांडा अस्पताल में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी की। पहले अभी तक ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा प्रदेश में केवल आईजीएमसी शिमला में ही उपलब्ध थी।
2005 में शिमला में पहली ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी और अब तक चार हजार से ज्यादा ओपन हार्ट सर्जरी की जा चुकी हैं। टांडा मेडिकल कालेज व अस्पताल भी 2019 से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए प्रयासरत था। इसके इस्तेमाल में होने वाले उपकरणों को एकत्रित करने में प्रयासरत था। हालांकि इसके उपकरणों की लागत 8 से 10 करोड़ तक रहती है। इस ओपन हार्ट सर्जरी से हिमाचल प्रदेश के सात जिलों चंबा, हमीरपुर, ऊना, मंडी, कुल्लू, बिलासपुर व 15 लाख से अधिक संख्या वाले जिला कांगड़ा के मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा, जिन्हें अभी तक ओपन हार्ट सर्जरी के लिए आईजीएमसी शिमला या अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता था। सरकारी अस्पताल टांडा में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा हिम केयर,आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए बिलकुल मुफ्त उपलब्ध है। ओपन हार्ट सर्जरी के अंतर्गत ऐसी बीमारियां आती हैं, जैसे जन्म या पैदा होने पर दिल में छेद का होना, नाडिय़ों का गलत जुड़ा होना, हार्ट बैग्स का खराब होना, ब्लड का फ्लो खराब होना, कार्डिएक हार्ट अटैक, जिसमें हार्ट के प्रत्येक हिस्से में ब्लड जाता है, इन नशों को ब्लड पहुंचाने के लिए अपना स्वयं ब्लड की जरूरत होती है, ऐसे में इन नशों में ब्लॉकेज आ जाती है और ब्लड नहीं पहुंच पाता है व हार्ट में अंजाइनिया होता है, आर्टरी बंद होने पर हार्ट बंद हो जाता है।
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