हिमाचल प्रदेश

भरपूर ऊर्जा के साथ उरर्वक शक्ति बनाए रखते हैं मोटे अनाज

Shantanu Roy
25 Feb 2024 11:53 AM GMT
भरपूर ऊर्जा के साथ उरर्वक शक्ति बनाए रखते हैं मोटे अनाज
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सोलन। सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में राज्य स्तरीय ईट राईट मिलेट्स मेले का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डा. धनीराम शांडिल ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित आहार आवश्यक है और भारत तथा हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले मोटे अनाज संतुलित आहार का मुख्य स्त्रोत हैं। मेले का आयोजन स्वास्थ्य सुरक्षा एवं विनियमन निदेशालय सोलन द्वारा किया गया। डा. शांडिल ने कहा कि हमारे देश और प्रदेश की जलवायु ज्वार, बाजरा, रागी, कोदा, मडुआ, सावां जैसे मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए सर्वथा उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज न केवल भरपूर ऊर्जा का स्त्रोत हैं अपितु इनके उत्पादन में भूमि की उरर्वक शक्ति भी बनी रहती है। इन्हें ‘सुपर फूड’ के नाम से भी जाना जाता है। मोटे अनाज मानव शरीर की पाचन प्रणाली के अनुरूप हैं। उन्होंने कहा कि इन अनाजों के प्रयोग से हम वर्तमान समय के अनेक रोगों से बचे रह सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक देश धीरे-धीरे मोटे अनाजों की उपयोगिता समझ रहे हैं और इनका उत्पादन समय के साथ आर्थिक रूप से भी बेहतर बनेगा। उन्होंने कहा कि सभी मोटे अनाजों को लंबे समय तक बिना किसी रसायन के उपयोग के ठीक रखा जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद हमें ऋतु चक्र के अनुसार भोजन का परामर्श देता है और मोटे अनाज इस आवश्यकता को पूर्ण करते हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि देश व प्रदेश में पारंपरिक रूप से उगाये जा रहे मोटे अनाजों को नियमित रूप से अपने भोजन में सम्मिलित करें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य एवं भावी पीढिय़ों की सुरक्षा के लिए मोटे अनाज का उपयोग ज़रूरी है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा मोटे अनाज की उपयोगिता विषय पर स्थापित प्रदर्शनियों का शुभारंभ एवं अवलोकन किया।
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