हिमाचल प्रदेश

आर्थिक से आपराधिक राजधानी बन रहा बीबीएन

Shantanu Roy
8 Oct 2023 11:13 AM GMT
आर्थिक से आपराधिक राजधानी बन रहा बीबीएन
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बीबीएन। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डा. राजीव सहजल और दून के पूर्व विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने बीबीएन में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों और गोलीबारी की घटनाओं पर खासी चिंता जाहिर की है, यहा. जारी प्रेस बयान में भाजपा नेताओं ने कहा की औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, बीबीएन में लगातार घट रही गोलीबारी की घटनाओं से यह क्षेत्र राज्य की अपराध राजधानी में बदलता जा रहा है। जो की स्थानीय जनता के लिए कानून व्यवस्था इस प्रकार बिगडऩा असुरक्षा को बढ़ावा देने जैसा है। उन्होंने कहा की पिछले कुछ समय से हथियारबंद बदमाश सक्रिय हो गए हैं। अंतरराज्यीय गिरोहों की गतिविधियां सामने आने के बावजूद अवैध हथियारों की आसान उपलब्धता को रोकने के लिए कुछ नहीं किया गया है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से असामाजिक तत्व बढ़ते दिखाई दे रहे हैं, माफिया पूरे हिमाचल में सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। भाजपा नेताओं ने कहा की छह सितंबर को बद्दी में अंतरराज्यीय बैरियर के पास एक होटल पर अंधाधुंध फायरिंग कर एक बदमाश फरार हो गया। उसने खुद को खतरनाक अंतरराज्यीय गिरोह का सदस्य बताते हुए होटल मालिक से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी।
एक अन्य घटना में तीन युवकों ने एक ठेकेदार को तमंचे से डराया और उससे पैसे मांगे। इसके अलावा दस अगस्त को पंजाब के बदमाशों ने स्वारघाट-नालागढ़ रोड पर दो भाइयों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। 19 सितंबर को बद्दी-नालागढ़ हाईवे पर आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से लाखों की नकदी लूट ली गई थी। यह सब बहुत बड़ी चिंता का विषय है, हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था चर्मराती दिखाई दे रही है और सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है। इसको देखते हुए लोगों में भय का डऱ भी बना हुआ है। और साथ ही उद्योगपति भी सहमे हुए है। उन्होंने मांग की है कि जल्द ही कोई समाधान निकाले और लोगों के डर को दूर करे। क्योंकि इसको ठीक करने के लिए सरकार की ओर से कोई प्रयास नहीं किया जा रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रवासियों, उद्योगपति, कारोबारी एवं समस्त प्रतिनिधि मंडलों की सुरक्षा के लिए सरकार को एक स्थाई नीति बनाने और अपराधों को रोकने के लिए पुलिस कर्मियों की तादाद बढाने की मांग की है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार को बीबीएन में अवैध हथियारों की आसानी से उपलब्धता पर रोक लगाने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए।
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