हिमाचल प्रदेश

बैंक का मैनेजर निकला जुएबाज ग्राहकों के उड़ा दिए एक करोड़, इस तरह पकड़ी गई चोरी

Renuka Sahu
8 Nov 2021 3:35 AM GMT
बैंक का मैनेजर निकला जुएबाज ग्राहकों के उड़ा दिए एक करोड़, इस तरह पकड़ी गई चोरी
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फाइल फोटो 

हिमाचल प्रदेश में बैंक फ्राड का हैरान करने वाला मामला सामने आया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बैंक फ्राड का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां धोखाधड़ी करने वाला आरोपी कोई और नहीं बल्कि खुद बैंक का मैनेजर था. जो ग्राहकों के खाते से पैसे निकालकर आनलाइन जुआ खेलता था. कुल्लू के एक बैंक की दोहरानाला शाखा के मैनेजर पर हेराफेरी का आरोप लगा है. मैनेजर जुए में जीतने पर उपभोक्ता के खाते में उतनी रकम जमा करा देता था, जितनी उसने निकाली होती थी.

ऐसे खातों पर रहती थी नजर
मॉडस ऑपरेंडी (Modus operandi) यानी इस बैंक मैनेजर के अपराध करने के तरीके की बात करें तो ये बैंक अधिकारी उन ग्राहकों के खातों को निशाना बनाता था. जो बैंक में साल में दो-चार बार ही आते थे या फिर जिन्होंने बैंक से एसएमएस अलर्ट (Bank SMS Alert) की सुविधा नहीं ले रखी थी. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी साल अभी तक बैंक में 35.75 लाख के गबन की बात सामने आ चुकी है.
एक करोड़ से ज्यादा का खेल
आरोपी मैनेजर ने इस तरह करीब एक करोड़ रुपये का गड़बड़झाला किया है. बैंक फ्रॉड मामले की जांच बैंक की एक टीम कर रही है. फिलहाल आरोपी मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया है. इस घपले की बात सामने आने के बाद बाकी खाता धारक भी अपनी पासबुक अपडेट करवाने बैंक पहुंच रहे हैं.
कहा जा रहा है कि घपले की कुल रकम का पता तब चल पाएगा जब सभी उपभोक्ताओं की पासबुक अपडेट हो जाएगी.
मामले का राजस्थान कनेक्शन
जानकारी के अनुसार, राजस्थान के चुरु का प्रसूनदीप अत्री करीब डेढ़ साल पहले दोहरानाला बैंक शाखा में मैनेजर था. ऑनलाइन जुआ खेलने और शेयर मार्केट (Share Market) में पैसा लगाने की लत पर वह पहले वेतन का पैसा लगाता रहा. जब सारा पैसा खत्म हो गया तो उसने उपभोक्ताओं के खाते से पैसा निकालना शुरू कर दिया. मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद आरोपी राजस्थान भागने की फिराक में था और भनक लगने पर कुल्लू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
इस तरह पकड़ी गई चोरी
दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक कुल्लू जिले का निवासी धर्मचंद हिमाचल ग्रामीण बैंक में पासबुक अपडेट करवाने गया था. पासबुक अपडेट करवाने पर उसके बैंक खाते से पहले चार लाख रुपये निकालने व बाद में जमा करने की एंट्री थी. किसान क्रेडिट लिमिट से चार लाख निकला हुआ था. जब उसने शाखा प्रबंधक से शंका दूर करने के लिए बात की तो बताया गया कि साफ्टवेयर में तकनीकी खराबी की वजह से ऐसा हुआ है.
धर्मचंद ने अन्य उपभोक्ताओं से बात की तो पासबुक अपडेट करने पर कई लोगों के खाते से पैसा गायब था. उपभोक्ताओं ने इस मामले की शिकायत बैंक के उच्च अधिकारियों से की तो मामला पुलिस तक पहुंचा.
अब तक दस शिकायतकर्ता सामने आए
इस घपले के शिकार 10 खाताधारकों ने पुलिस में अपनी कंप्लेन दर्ज कराई है. वहीं इस मामले को लेकर कुल्लू के एसपी गुरदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर 5 दिन के रिमांड पर ले लिया है. रिमांड के दौरान उससे पूछताछ की जाएगी ताकि पता चल सके कि इस गड़बड़ी में वह अकेला ही था या उसके साथ कोई और भी शामिल है.


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