हिमाचल प्रदेश

अग्निपथ भर्ती: पिछली सभी भर्तियां हुईं रद्द, अब योजना के तहत ही सेना में जा सकेंगे युवा

Gulabi Jagat
15 Jun 2022 2:58 PM GMT
अग्निपथ भर्ती: पिछली सभी भर्तियां हुईं रद्द, अब योजना के तहत ही सेना में जा सकेंगे युवा
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अग्निपथ भर्तियां
शिमला: सेना में जाने के लिए अब अग्निपथ योजना के तहत ही भर्ती होगी. 90 दिन के बाद 40 हजार युवा को 4 साल के लिए अग्निवीर बनाया जाएगा. यह बात आरट्रैक शिमला में आयोजित प्रैस वार्ता के दौरान अति विशष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल जनरल ऑफिसर कमांडिंग सेना प्रशिक्षण कमांड सुरेंद्र सिंह महल (Lt Gen SS Mahal) ने कही. उन्होंने कहा कि अब अग्निपथ योजना के (Army Training Command Shimla) तहत 4 साल के लिए ही युवाओं को भर्ती किया जाएगा. जैसे ही 4 साल का कार्यकाल पूरा होगा तो उसके बाद 25 प्रतिशत युवाओं को रेगुलर किया जाएगा और 53 प्रतिशत युवाओं को वापिस (Agneepath Bharti Yojana Selection Process) समाज में भेजा जाएगा. रेगुलर उन्हें ही किया जाएगा जिनका अच्छा प्रदर्शन रहेगा. अलग से कोई रेगुलर भर्ती नहीं होगी. ध्यान रहे भर्ती होने की लिए योग्यता साढ़े 17 साल से 21 साल होनी चाहिए. भर्ती को लेकर प्रक्रिया गुरुवार से शुरू की जाएगी, लेकिन युवाओं की भर्ती 90 दिन बाद ही होगी.
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने के लिए (agneepath scheme eligibility criteria) क्वालिफिकेशन 10वीं और 12वीं रखी गई है. उन्होंने कहा कि सेना की वर्दी पहनने वालों का सपना अब पूरा होगा. ध्यान रहे की जब युवा भर्ती हो जाएगा तो 6 से 7 महिने की उसकी ट्रेनिंग होगी. उसके बाद उन्हें डयूटी दी जाएगी. सेना में भर्ती होने के लिए यह एक बेहतरीन निर्णय लिया गया है. उम्मीदवारों को आवश्यक सैन्य प्रशिक्षण मौजूदा प्रशिक्षण केंद्रों में दिया जाएगा. भारत के सपूत सैन्य बलों में अपनी बहुमूल्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. यह योजना देश और प्रदेश के युवाओं को सैन्य बलों में सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी.
जनरल ऑफिसर कमांडिंग सेना प्रशिक्षण कमांड सुरेंद्र सिंह महल
उन्होंने कहा कि अग्निपथ एक दूरदर्शी योजना (agneepath recruitment process) है जो देश की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए युवाओं को एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी. रोजगार अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा. अग्निपथ योजना के तहत देश में बाहरी व आंतरिक खतरों और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की उपलब्धता को बढ़ाकर राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ किया जाएगा. वहीं, बिना किसी आर्थिक दबाव के अपने भविष्य के सपनों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. योजना के तहत अग्निवीरों को सर्वोत्तम संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने और कौशल व योग्यता बढ़ाने का अवसर भी मिलेगा.
वीरगति को प्राप्त होने वाले के परिवार को मिलेगा 1 करोड़: चार साल के कार्यकाल के दौरान अगर कोई युवा वीरगति को प्राप्त होता है तो उसके परिवार को तकरीबन 1 करोड़ की राशि मिलेगी. मृत्यु प्रतिपूर्ति 48 लाख का गैर अंशदायी जीवन बीमा लाभ, सैन्य सेवाओं की वजह से मृत्यु होने पर 44 लाख की ग्रेच्युटी व बची हुई सैन्य सेवा काल का वेतन और सेवा निधि भी मिलेगी.
पहले वाली भर्ती हुई रद्द: जो पहले भर्ती हुई थी उसे रद्द कर दिया गया है. अब जो भी भर्ती होगी वह अग्निपथ योजना के तहत ही होगी. भर्ती को लेकर जितने युवाओं ने फार्म भरे थे उसे भी रद्द कर दिया गया है. कोरोना काल से वैसे भी भर्तियां बहुत कम ही हुई हैं. अब जब कोरोना के केस कम हुए तो भर्ती प्रक्रिया शुरू हो रही थी, लेकिन अब इससे रद्द कर दिया गया है.
इतना मिलेगा मिलेगा वित्तीय लाभ: प्रथम वर्ष में 4.76 लाख, सेवा के दौरान सालाना बढ़ोतरी, चौथा वर्ष 6.92 लाख मिलेगा. इसके अलावा रिस्क हार्डशिप, राशन, ड्रेस और यात्रा भत्ता भी मिलेगा. वहीं, मासिक वेतन का 30 प्रतिशत अंशदान व्यक्ति विशेष द्वारा एवं समान अंशदान भारत सरकार द्वारा किया जाएगा. चार वर्ष की सैन्य सेवा की समाप्ति पर 11.71 लाख का भुगतान जिस आयकर में छूट उपलबध होगी. सेवा निधि पर 18.2 लाख तक का बैंक लोन का विकल्प होगा.
सेवा मुक्ति पर रहेगा ये प्रावधान: चार वर्षों के उपरांत सेवामुक्ति होने वाले सैन्यकर्मी किसी भी प्रकार की पेंशन, ग्रेच्युटी व भूतपूर्व सैनिक का दर्जा के पात्र नहीं होंगे. चार वर्ष की कार्य अवधि के पूर्ण होने पर अग्निवीरों को 11.71 लाख रुपए की एकमुश्त सेवा निधि पैकेज का भुगतान किया जाएगा.
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