हिमाचल प्रदेश

देशभर के 1300 खिलाड़ी ले रहे भाग, मंडी के पड्डल मैदान में 22वीं सब जूनियर वुशू प्रतियोगिता शुरू

Gulabi Jagat
11 July 2022 10:01 AM GMT
देशभर के 1300 खिलाड़ी ले रहे भाग, मंडी के पड्डल मैदान में 22वीं सब जूनियर वुशू प्रतियोगिता शुरू
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पड्डल मैदान में रविवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने 22वीं सब जूनियर राष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता 2022 का शुभारंभ किया, जिसमें विशेष अतिथि के रूप में स्पैशल ओलिम्पिक की अध्यक्ष डा. मल्लिका नड्डा मौजूद रहीं। इस 5 दिवसीय प्रतियोगिता में 28 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों के 1300 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। पड्डल मैदान पहुंचने पर राज्यपाल को भारतीय वुशू संघ द्वारा पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया और इसके उपरांत राज्यपाल ने झंडा फहराकर प्रतियोगिता में भाग ले रहे विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों से सलामी ली। राज्यपाल ने इस अवसर पर डैमो फाइट का भी आनंद लिया। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने भी राज्यपाल को हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वुशू संघ के महासचिव पीएन आजाद ने राज्यपाल का स्वागत किया और संघ की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
ओलिम्पिक खेलों में वुशू को शामिल करने का प्रयास कर रही केंद्र सरकार
राज्यपाल ने वुशू खेल को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि यह खेल न केवल शारीरिक क्षमता को सुधारने का कार्य करता है, बल्कि इससे व्यक्ति अनुशासित भी बनता है। उन्होंने भारतीय वुशू संघ और राज्य वुशू संघ के प्रयासों की सराहना की और संतोष व्यक्त किया कि राज्य की युवा पीढ़ी इस खेल को अपना रही है और बड़ी संख्या में प्रतियोगिता में भाग ले रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ओलिम्पिक खेलों में भी वुशू को शामिल करने के प्रयास कर रही है। हिमाचल प्रदेश वुशू संघ के अध्यक्ष शिवपाल मिन्हास ने मेहमानों व अन्य लोगों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर जिला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा, भारतीय वुशू संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहेल अहमद और भारतीय वुशू संघ के उत्तरी क्षेत्र के समन्वयक सुदर्शन सहित गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
विशेष और पैरालिम्पिक के खिलाड़ियों के लिए बनाया जाए स्टेडियम : डाॅ. मल्लिका नड्डा
स्पैशल ओलिम्पिक इंडिया की अध्यक्ष डाॅ. मल्लिका नड्डा ने वुशू प्रतियोगिता में देशभर से आए खिलाड़ियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस खेल के बारे में बहुत कम लोग जानते थे लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देश की भावी पीढ़ी को यह कला सिखाई जानी चाहिए। अब तक इस खेल के खिलाड़ियों ने 4 अर्जुन पुरस्कार और एक द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है और खेलो इंडिया के माध्यम से भी इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। डाॅ. नड्डा ने राज्य सरकार से विशेष और पैरालिम्पिक के खिलाड़ियों के लिए एक स्टेडियम बनाने का आग्रह किया ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने के लिए उचित स्थान मिल सके।
सामाजिक संगठनों से राज्यपाल ने की चर्चा
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने रविवार को मंडी के विभिन्न समाज सेवी संगठनों से बातचीत की और समाज को उनके माध्यम से दिए जा रहे योगदान की जानकारी ली। राज्यपाल ने कहा कि सामाजिक संगठन सही मायनों में धरातल पर कार्य करते हैं और लोगों से सीधे संपर्क में रहते हैं तथा सेवाभाव से समाज सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रैडक्रॉस के माध्यम से विभिन्न सामग्री इन संगठनों के माध्यम से वितरित की जा सकती है। इस मौके पर रा'यपाल ने जंगलों में लगने वाली आग तथा पौधारोपण जैसे विषयों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों के रोपण पर शीघ्र ही प्रदेश के 200 स्कूलों से इस अभियान को आरंभ किया जाएगा। सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और सामाजिक सरोकार के विभिन्न विषयों पर सहयोग का आश्वासन दिया।

Source: Punjab Kesari

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