फरीदाबाद न्यूज़: असावटी और देवली रेलवे अंडरपास से पानी का रिसाव हो रहा है. इस कारण यहां जलभराव की स्थिति बनी हुई है. जलभराव की वजह से अंडरपास के ढांचे को भी खतरा होने की आशंका बनी हुई है. रेलवे इस रिसाव को रोकने के लिए डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) के इंजीनियर की मदद लेने जा रहा है.
दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक के रास्ते में आने वाली असावटी, देवली, प्याला, जाजरू रेलवे फाटक पर रेलवे ने 2018 में अंडरपास बनाने की मंजूरी दी थी. 2019 में इनका निर्माण कार्य शुरू हो गया था. वर्ष 2022 के जनवरी माह से असावटी रेलवे अंडरपास से ट्रैफिक दौड़ने लगा था. लेकिन इसकी दीवारों से पानी का रिसाव हो रहा था.
उस वक्त लोगों ने रेलवे अधिकारियों के समक्ष इसकी शिकायत भी की, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने ताजा निर्माण की बात कहकर जल्द ठीक होने के लिए बोल दिया. रेलवे ने यहां पानी निकासी के लिए पंप भी लगवा दिया था, लेकिन निर्माण कार्य के सवा साल बाद भी असावटी रेलवे अंडरपास के ढांचे से पानी का रिसाव नहीं रुक पा रहा है. यदि भविष्य में भी रिसाव जारी रहा तो ढांचे को भी नुकसान हो सकता है. बरसात के मौसम में तो यहां बड़े सतर पर जलभराव हो जाता है. पैदल और दोपहिया सवारों को बड़ी मुश्किल झेलनी पड़ती है. देवली अंडरपास का निर्माण कार्य तो 2019 में ही शुरू हो गया था, लेकिन वन विभाग से एनओसी न मिलने के कारण देवली अंडरपास का निर्माण कार्य अधर में लटक गया था. करीब 11 माह में एनओसी मिल पाई थी. अब देवली अंडरपास का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है, लेकिन नीचे से पानी आ रहा है. देवली गांव निवासी अधिवक्ता मुकेश कोटिया ने बताया कि यहां रेलवे अंडरपास के बजाय ओवरब्रिज बनाना चाहिए था.