फरीदाबाद न्यूज़: स्मार्ट सिटी में ठोस कूड़ा निस्तारण अब इकोग्रीन के कूड़ा एकत्रिकरण केंद्रों समेत 11 स्थानों पर किया जाएगा. राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) की सख्ती के बाद नगर निगम प्रशासन ठोस कूड़ा निस्तारण के लिए सक्रिय हो गया है .
इकोग्रीन के पांच कूड़ा एकत्रिकरण केंद्रों और छह अन्य जगहों स्थानों को चिह्नित किया है, जहां ठोस कूड़ा निस्तारण हो सकेगा. इन जगहों पर छोटे-छोटे संयंत्र लगाए जाएंगे. ताकि कूड़े से खाद बनाया जा सके. इसके लिए इन जगहों पर टैंक आदि बनाने की प्रक्रिया नगर निगम ने शुरू की है. तीन जगहों पर टैंक बनाने के लिए निविदाएं जारी की गई.
एनजीटी की रोके बाद भी स्मार्ट सिटी का कूड़ा फिलहाल बंधवाड़ी कूड़ा निस्तारण केंद्र पर भेजा जा रहा है. जबकि एनजीटी ने बंधवाड़ी में कूड़ा भेजने के लिए मना किया है. निगम ने एनजीटी के आदेश पर कार्रवाई करते हुए अरावली के पाली और सोतई गांव में कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाने का निर्णय लिया था. इन दोनों ही जगहों पर स्थानीय लोगों को विरोध बढ़ता जा रहा है. ऐसे में निगम ने इकोग्रीन के कूड़ा एकत्रिकरण केंद्रों पर निस्तारण की योजना तैयार की है.
नगर निगम ने इकोग्रीन के कूड़ा एकत्रिकरण केंद्रों समेत करीब 11 स्थान चिह्नित किए हैं, जहां अस्थाई रूप से कूड़ा निस्तारण का काम किया जाएगा. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
-पदमभूषण, नोडल अधिकारी, नगर निगम
यहां की अस्थाई व्यवस्था
इकोग्रीन के कूड़ा एकत्रिकरण केंद्र सेक्टर-37, मुझेड़ी, डबुआ, बीपीटीपी और सेक्टर-21 के अलावा प्रतापगढ़, रिवाजपुर, मुजेसर, क्रशर जोन और सोतई में कूड़ा निस्तारण के लिए फिल्हाल अस्थाई व्यवस्था की जाएगी. इनमें से तीन स्थानों मुजेसर, प्रतापगढ़ और रिवाजपुर के ठोस कूडा निस्तारण के लिए गीले कूड़े से निकलने वाले पानी के लिए टैंक बनाने के लिए निविदाएं जारी कर दी गई है. एक टैंक के निर्माण पर करीब 90.19 लाख रुपये की लागत आएगी. तीन टैंक बनाने के लिए करीब 2.71 करोड़ की निविदाएं जारी की है. शहर में करीब 210 संस्थान ही अपना गीला कूड़ा निस्तारित करते हैं.