पश्चिम फरीदाबाद को ग्रेफ से जोड़ने के लिए दो कॉरिडोर बनेंगे
फरीदाबाद न्यूज़: ग्रेटर फरीदाबाद को पश्चिम फरीदाबाद से जोड़ने के लिए दो नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे. इससे एनआईटी इलाकों से ग्रेटर फरीदाबाद की आवाजाही आसान हो जाएगी. इन परियोजनाओं पर 800 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
हरियाणा लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़क) ने इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवाई है. जल्द ही विभाग के अधिकारी इसका अध्ययन करके इसी महीने राज्य सरकार को भेजेंगे, ताकि इसकी स्वीकृति के बाद परियोजना पर काम शुरू किया जा सके. पहला कॉरिडोर फरीदाबाद गुरुग्राम मार्ग के सैनिक कॉलोनी मोड़ से बड़खल, अनखीर होते हुए सीधा ग्रेटर फरीदाबाद के अमृता अस्पताल तक पहुंचेगा. जबकि दूसरा कॉरिडोर सैनिक कॉलोनी से एनएच इलाके की पेरिफेरल सड़क बाटा चौक होते हुए सेक्टर-12 से सीधा बीपीटीपी चौक पहुंचेगा. इनमें एक कॉरिडोर करीब 9 किलोमीटर और दूसरा करीब 12 किलोमीटर का होगा. इसमें रेलवे लाइन और राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करने के लिए आरओबी, अंडरपास और भूमिगत मार्ग भी प्रस्तावित हैं. जबकि तीसरे कॉरिडोर के लिए फिजिबिल्टी रिपोर्ट जल्द तैयार की जाएगी.
दरअसल, स्मार्ट सिटी फरीदाबाद भौगोलिक रूप से दो भागों में बंटा हुआ है. शहर के बीचोबीच से राष्ट्रीय राजमार्ग-19 और इसके समानंतर ही दिल्ली-आगरा के बीच रेलवे का व्यस्तम ट्रैक है. जो शहर को पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र में बांटता है. देश बंटवारे के समय बसाया गया एनआईटी शहर पश्चिम क्षेत्र में है जबकि ग्रेटर फरीदाबाद पूर्वी क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है. रेलवे ट्रैक को पार करने के लिए शहर में पांच आरओबी और तीन अंडरपास हैं, जो नाकाफी है. इसके चलते जाम का सामना करना पड़ता है. कॉरिडोर बनने से दोनों क्षेत्रों के बीच आवाजाही सुविधाजनक होगी
पहले चरण में एक मार्ग पर काम शुरू होगा
परियोजना के तहत दो मार्ग तय किए गए हैं. सैनिक कॉलोनी से बड़खल अनखीर से आगे नहर पार करते हुए अमृता अस्पताल के पास ग्रेटर फरीदाबाद से जोड़ा जाएगा. इसी मार्ग से गुरुग्राम से ग्रेटर फरीदाबाद और नोएडा को आपस में जोड़ने की योजना है. इस मार्ग से तीन कारोबारी शहर आपस में जुड़ेंगे. इस पर काम शुरू करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. जबकि दूसरा मार्ग सैनिक कॉलोनी से एनएच इलाकों की पेरिफेरल मार्ग से बाटा चौक होते हुए सेक्टर-12 से बीपीटीपी पहुंचेगा. अभी परियोजना के प्रस्तावित मार्गो का अध्ययन बाकी है. सबकुछ ठीक पाए जाने पर जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू होने का दावा विभाग के अधिकारी करते हैं.
ग्रेटर फरीदाबाद की सीधे कनेक्टविटी नहीं
दोनों इलाकों में आने-जाने के लिए सीधी कनेक्टविटी नहीं है. एनआईटी के लोगों को यदि ग्रेटर फरीदाबाद या नोएडा आना-जाना हो तो उन्हें कई रास्तों का सहारा लेना पड़ता है. इससे समय भी बर्बाद होता है. ऐसे में इन नए मार्गों से लोगों को सुविधा होगी. ग्रेटर फरीदाबाद जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे मार्ग के साथ आगरा और गुरुग्राम नहर को पार करना होता है. एनआईटी से ग्रेटर फरीदाबाद की आवाजाही के लिए घंटो जाम का झाम झेलना पड़ता है.
एनआईटी को सीधे ग्रेटर फरीदाबाद से जोड़ने के लिए 800 करोड़ की लागत की परियोजना तैयार हो गई है. राज्य सरकार को इसी महीने स्वीकृति के लिए भेज दिया जाएगा.
-प्रदीप सिंधू, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग