हिसार न्यूज़: किसानों को अब फसलों के लिए पानी की कमी नहीं रहेगी. किसानों को गांव जखोपुर में लगाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से शोधित पानी मिलेगा, जिसकों वह अपनी फसलों में इस्तेमाल कर सकेंगे.
एनजीटी के आदेश पर जनस्वास्थ्य विभाग ने गांव जखोपुर के एसटीपी के शोधित पानी में बॉयो केमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) को कम करने के निर्देश दिए थे. जिस पर जनस्वास्थ्य विभाग ने योजना तैयार कर ली है और उस पर लगभग छह करोड़ 53 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. जनस्वास्थ्य विभाग ने योजना को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरु कर करते हुए टेंडर प्रक्रिया शुरु कर दी है. वर्तमान में जखोपुर में बना एसटीपी प्लांट की वर्तमान में शोधित पानी में बीओडी 30 रखा हुआ है और उसको दस बीओडी तक किया जाएगा. इस प्लांट पर नगर परिषद के वार्ड नंबर एक, दो और तीन को छोड़ 18 वार्डों में बिछी सीवर लाइन का पानी आता है.
फसल को मिलने वाला पानी शुद्वता
वर्तमान समय में जखोपुर एसटीपी प्लांट से पानी को शोधित करने के बाद आस पास के इलाकों में खेतीहार जमीन पर फसल उपयोग के लिए दिया जाता है. इसके अलावा नूंह जिला को जा रही नहर में छोड़ा जाता है. ताकि नहर के साथ-साथ होने वाली खेती में उपयोग हो सके.
एनजीटी के आदेश पर जखोपुर एसटीपी प्लांट की बीओडी घटाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरु कर दी है. योजना पर खर्च होने वाली छह करोड़ 53 लाख रुपये की राशि को विभाग ने मंजूरी दे दी है.
-प्रेम सिंघल, कार्यक्रमारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग