रेवाड़ी न्यूज़: सोहना घाटी में उतरते समय फलों से भरा ट्राला के ब्रेक फेल होने पर टूटी सुरक्षा दीवार के स्थान से करीब 20 फुट गहरी खाई में जा गिरा. चालक व परिचालक ने ट्राला खाई में गिरने से पहले कूदकर अपनी जान बचाई.
की सुबह करीब 4 बजे तावडू की तरफ से तीन ट्राला आगे पीछे एक साथ घाटी से उतर रहे थे. सभी ट्राला चीकू से भरे हुए थे. जिन्हे गुजरात से लाया गया और दिल्ली लेकर जा रहे थे. सबसे आगे चल रहा ट्राला के बीच घाटी में ब्रेक पाइप का मुख्य पाइप अधिक दबाव के कारण फट गया. जिससे ट्राला के ब्रेक व क्लीच पेडल जाम हो गए. ट्राला बेकाबू होता हुआ घाटी से लगती आबादी क्षेत्र के साथ टूटी सुरक्षा दीवार वाले स्थान रुका. इस दौरान सामने गहरी खाई को देख चालक व परिचालक कूद गए. व्यापारी दिल्ली से अपने साथ अन्य गाड़ी और मजदूरों को लेकर हादसे से करीब 4 घंटा बाद मौके पर पहुंचा. खाई में गिरा ट्राला भरी चीकू की पेटियों को सुरक्षित बाहर निकाला और अन्य दो गाड़ियों में भरकर दिल्ली लेकर गया.
गति कम होने की वजह से बची जान
प्रत्यक्षदर्शी व स्थानीय निवासी गणेश ने बताया कि ट्राला मालिक व चालक खंड तावडू जिला नूंह का गांव भूतलाका के निवासी था. यदि ट्राला तेज गति में होता और उसके सीधा खाई में गिरने से जान लेवा हादसा हो सकता था. ट्राला में 30 से 40 फीसदी नुकसान हुआ है. जिसकी सूचना ट्राला मालिक और दिल्ली निवासी फल व्यापारी को दी गई.