गुडगाँव न्यूज़: जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम दोपहर यूपी के संभल में चल रहे एक डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापेमारी की. इस दौरान टीम ने मौके से भ्रूण की जांच करते तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. जबकि सेंटर के संचालक व उसका एक सहयोगी मौके से फरार है.
स्थानीय पुलिस की मदद से स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी तलाश कर रही है. चरखी-दादरी स्वास्थ्य विभाग के साथ फरीदाबाद की टीम ने संयुक्त अभियान में यह कार्रवाई की.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विनय गुप्ता ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि नईम नाम का व्यक्ति जिले की गर्भवतियों को संभल ले जाकर भ्रूण जांच कराता है. शिकायत के आधार पर पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ.मान सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की. टीम में एफआरयू-2 बल्लभगढ़ का नर्सिंग
सिस्टर स्टाफ रौनक व लिपिक बिजेंद्र शामिल था.
एक गर्भवती महिला के लिए चरखीदादरी के पीएनडीटी नोडल अधिकारी डा.संदीप से संपर्क किया गया. उनके साथ डा. गौरव भारद्वाज व लिपिक मनु मान को भी शामिल किया गया. गर्भवती ने नईम से संपर्क किया और 21 हजार रुपये भ्रूण जांच का सौदा किया. इसके बाद महिला जांच के लिए संभल निकल गई.
टीम ने पुलिस के साथ वहां पर मौके से तीन लोगों को भ्रूण जांच करते हुए गिरफ्तार किया है. पीएनडीटी नोडल अधिकारी का कहना है कि टीम को जहां से भी इस तरह की शिकायत मिलती है, वहां पर तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का जा रही है. यह कार्रवाई इसी तरह जारी रहेगी.
यूपी के संभल में स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई
पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ.मान सिंह के नेतृत्व में टीम ने यूपी के संभल पहुंचकर कार्रवाई की. इसमें एक महिला कर्मचारी को वहां पर भेजा. महिला ने नईम को 21 हजार रुपये देकर लिंग जांच करवा ली. इस दौरान महिला ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को इशारा कर दिया. टीम ने पहुंचकर छापेमारी शुरू कर दी. वहां पर सात महिलाएं पहले से ही थी, जो भ्रूण जांच के लिए हरियाणा के विभिन्न जिलों से आई थी. छापेमारी की सूचना पाकर अल्ट्रासाउंड करने वाले टीटू मौके से फरार हो गया, जबकि रिसेप्शनिस्ट हीना, मैसी और नईम को पकड़ लिया. आरोपियों से 21 हजार रुपये भी बरामद किए गए.