रेवाड़ी न्यूज़: राज्य पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा वायु गुणवत्ता में सुधार वायु प्रदूषण और पौधरोपण को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन डॉ. एमएम कुट्टी ने कहा कि आयोग किसी उद्योग के खिलाफ नहीं है लेकिन आयोग के नियम नहीं मानने वालोें पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि आयोग सभी लोगों के हित में हैं. ऐसे में आयोग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करना आवश्यक है. मुख्य अतिथि डॉक्टर एम एम कुट्टी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के के मुख्य कारण कच्चे रास्तों पर उड़ती धूल और लैंडफिल में आग क्रेशर कंस्ट्रक्शन वेस्ट है. जिसे काबू में करना बेहद जरूरी है. वर्ष 2022 में एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए आयोग द्वारा 53792 स्थानों पर हो रहे कंस्ट्रक्शन कार्य को रुकवाया गया था.
एक्यूआई 400 के पार होना गंभीर श्रेणी में आता है जोकि साधारण व्यक्ति के लिए हानिकारक साबित होता है. आयोग द्वारा लागू की गई एडवाइजरी के परिणाम एक दिन में नहीं प्राप्त हो सकते. इसके लिए हमें निरंतर संयुक्त प्रयास करने होंगे. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गत वर्ष 3 नवंबर को 430 व 9 जनवरी को 397 एक्यूआई रेकॉड किया गया. यह नंबर अभी भी संतोषजनक नहीं है. स्थिति के भयावह होने से पहले ही हमें ठोस कदम सामूहिक कदम उठाने होंगे.
सेक्टर-12 स्थित कन्वेंशन हॉल में आयोजित इस कार्यशाला में राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मेंबर सेक्रेट्री प्रदीप कुमार, फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल, पलवल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष एससी कंसल हिस्सा लिया.
नगर वन और नगर वाटिका बनाने का करें प्रयास
डॉ. कुट्टी ने हर शहरों नगर वन तथा नगर वाटिका के रूप में नर्सरी तैयार कर उसे प्रमोट करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हम सभी को वृक्षारोपण बड़े स्तर पर करना होगा. उन्होंने आगे बताया कि आयोग ने गत वर्ष 3.9 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा था. इस वर्ष यह लक्ष्य बढ़कर 3.12 करोड़ वृक्ष लगाने का रखा गया है.