हिसार न्यूज़: एनएचएआई ने हाईवे पर जलभराव से ट्रैफिक जाम होने की समस्या को दूर करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. बारिश के पानी को हाईवे से निकालने के लिए 30 टैंकरों का इंतजाम किया जाएगा. मानसून का सीजन शुरू होने से पहले टैंकर का इंतजाम कर लिया जाएगा.
टैंकर के साथ-साथ विभाग कुछ स्थानों पर स्थाई पंप भी लगाएगा, ताकि पानी को पंप के जरिए भी बाहर डाला जा सके. हाल ही में हुई बरसात की वजह से हुए जलभराव को देखते हुए गुडईयर, बाटा मोड़ और सीकरी पर पंप लगा दिए गए हैं. जबकि हाईवे के वाईएमसीए, मुजेसर कट, बल्लभगढ़, जाजरू मोड़, अजरौंदा, ओल्ड फरीदाबाद सहित कई जगह बरसात का मौसम शुरू होने से पहले पंप लगाने के की योजना तैयार की गई है.
पूरे हाईवे पर 15 स्थानों पर पंप लगाए जाएंगे इसके साथ-साथ नालों की सफाई का कार्य भी जून माह तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. नालों की सफाई न होने से हाईवे पर जलभराव का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. इसे देखते हुए हाईवे के नालों की सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. सुपर सकर मशीन के जरिए नालों की सफाई की जा रही है.
हाईवे के नालों को नगर निगम की लाइन से जोड़ा जाना था, ताकि बारिश के पानी की जल्द निकासी हो सके. लेकिन 2018 में हाईवे के नालों के तैयार होने के बावजूद नगर निगम की ओर से इन नालों को नगर निगम की लाइन से नहीं जोड़ा गया. इस वजह से बरसात के सीजन में हाईवे की सर्विस सड़क पर जलभराव हो जाता है.
27 रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए गए
हाईवे की देखरेख के लिए जिम्मेदार क्यूब हाईवे कंपनी के प्रबंधक रचित कौशिक ने बताया कि हाईवे के जलभराव को रोकने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है. बरसात के लिए पंप, टैंकर और सुपर सकर मशीन का इंतजाम कर लिया गया है. 27 रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी पूरी तरह तैयार हैं.