हिसार न्यूज़: भोपाल में आयोजित बी-प्लान पिच डेक प्रतियोगिता में एसजीटी विश्वविद्यालय के सुमीओम ने तीसरा स्थान हासिल किया है.
उन्होंने प्रतियोगिता में एक ऐसी व्हीलचेयर को दिखाया जो मरीज और व्यक्ति के इशारे से चलती है. यदि मरीज दायें तरफ गर्दन घुमाएगा तो यह व्हीलचेयर दायीं तरफ चलेगी. इसी तरह सड़क पर एम्बुलेंस को रास्ता मिल सके, इसके लिए लाल बत्ती पर ट्रैफिक पुलिस को एक किलोमीटर पहले ही पता चल सकेगा. दरअसल सेंसर की मदद से सूचना मिल सकेगी कि एम्बुलेंस आ रही है. इसके लिए ग्रीन सिग्नल देकर एम्बुलेंस को आसानी से गुजारा जा सकेगा.
भोपाल के मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के ई-सेल की ओर से प्रतियोगिता आयोजित की गई. इसमें एसजीटी के अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआईसी) की एक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी स्टार्टअप परियोजना टीम शामिल हुए. इस टीम में सुमीओम, डॉ. सुमित सिंह फुकेला, ऋषि शर्मा और अक्षत सागर शामिल थे. यह प्रोजेक्ट खुद एसजीटी यूनिवर्सिटी के एसीआईसी के डॉ. ओंकार शेट्टी, डॉ. अनिल गुप्ता, बकुल देव राय और राजीव गुलाटी के मार्गदर्शन और सहयोग से संभव हो पाया है. सुमीओम ने पहले भी पानीपत में नेशनल इनोवेशन चैलेंज में भी पहला पुरस्कार हासिल किया था. अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर जो नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं की रचनात्मकता सोच और समाज की समस्याओं को अथक प्रयासों से सुलझाना है.