फरीदाबाद न्यूज़: स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में नगर निगम द्वारा किए गए विकास कार्यो में अनियमितताओं का दौर जारी है. दिल्ली से सटे इलाकों में किए गए विकास कार्यो में अनियमिता की शिकायत बीते वर्ष की गई थी कि करीब 22 गलियों का निर्माण 6535 के अनुपात में टाइल्स लगाकर किया जाना था, मसलन 35 फीसदी टाइल्स पुरानी लगानी थी, लेकिन इनमें से अधिकांश का भुगतान नई टाइल्स लगाकर किया गया. नगर निगम आयुक्त ने इसकी जांच के आदेश देते हुए संयुक्तायुक्त के नेतृत्व में गठित टीम को दिए थे, लेकिन सात महीने बीतने के बाद भी जांच नहीं की गई. संबंधित अधिकारी इस पर अब लीपापोती करने में जुटे हैं.
नगर निगम मुख्य अभियंता ने संबंधित कार्यकारी अभियंता को इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. यह कार्य करीब 31.34 करोड़ की लागत से किए गए हैं. जांच में पुरानी टाइल्स मौके पर नहीं मिली और कुछ कार्य अधूरे पड़े हैं. जबकि 25 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है.
दिल्ली सीमा से सटे इलाकों में गलियों के विकास कार्यों की जांच रिपोर्ट संबंधित कार्यकारी अभियंता को देने के लिए आदेश दिए. पर्वतीया कॉलोनी वाले मामले में जांच रिपोर्ट मिल चुकी है, जल्द की इसकी रिपोर्ट आयुक्त को सौंपी जाएगी.
-बीरेंद्र कर्दम, मुख्य अभियंता, नगर निगम
पर्वतीया कॉलोनी में मौके पर छह गली नहीं मिली
पर्वतीया कॉलोनी की गलियों में टाइल्स बिछाने के एक घोटाले में मुख्य अभियंता जांच रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं. मामले के शिकायतकर्ता रामसिंह यादव ने बताया कि जांच के दौरान छह गली मौके पर नहीं मिली है. ये करीब 89 लाख रुपये की लागत से 14 गलियों का निर्माण करना था जिनका भुगतान किया जा चुका है. वहीं दूसरी ओर 1300 फुट लंबी गली नहीं बनाई गई है.
आयुक्त कार्यालय को रिपोर्ट नहीं भेजी गई
जवाहर कॉलोनी खंड-बी की गली निर्माण में काम से अधिक भुगतान किए जाने के मामले में जांच रिपोर्ट कार्यकारी अभियंता को सौंपी गई है. लेकिन कोई रिपोर्ट आयुक्त कार्यालय को अभी नहीं भेजी गई है. इसमें भी करीब 25 लाख रुपये के घोटाले का आरोप है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि करीब 439.67 क्यूब मीटर का बिल अधिक बनाया गया.