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पृथला लाइन न खिंचने पर बिजली घर पूरी क्षमता से चालू नहीं

Admin Delhi 1
30 May 2023 12:27 PM GMT
पृथला लाइन न खिंचने पर बिजली घर पूरी क्षमता से चालू नहीं
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फरीदाबाद न्यूज़: हरियाणा न्यूज़ डेस्क, ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-78 बिजली घर बनकर पूरी तरह तैयार हो चुका है, लेकिन इस बिजली घर को बिजली देने के लिए पृथला बिजली घर से लाई जा रही बिजली लाइन का काम अटका हुआ है. इस वजह से यह बिजली घर अभी पूरी क्षमता से काम नहीं करेगा.

अगले साल तक इस बिजली लाइन का काम पूरा होने के बाद ही इस बिजली घर के पूरी क्षमता से काम करने की उम्मीद लगाई जा रही है. ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-78 में बीते दिसंबर माह में 220केवी का बिजली घर बनकर पूरी तरह तैयार हो गया था. इस बिजली घर को स्थाई तौर पर बिजली देने के लिए पृथला स्थित 400केवी के बिजली घर से बिजली आपूर्ति करने के लिए करीब 30 किलोमीटर लंबी लाइन खींची जा रही है. इस लाइन पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं.

तिगांव क्षेत्र के किसानों द्वारा ज्यादा मुआवजे की मांग करने से बिजली लाइन का अटका हुआ है. े बिजली निगम ने ग्रेटर फरीदाबाद से गुजर रही समयपुर बिजली घर की लाइन से एक छोटी लाइन तैयार कर सेक्टर-78 बिजली घर को बिजली आपूर्ति शुरू कर दी है. लेकिन इस लाइन की क्षमता कम है.

पृथला से सेक्टर-78 बिजली घर तक बिजली लाइन का काम मुआवजे की वजह से अटका हुआ है. मुख्यालय स्तर पर इस मामले को सुलझाने का प्रयास चल रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही समाधान हो जाएगा. -अमित मान, कार्यकारी अभियंता, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड

ग्रेफ में लोड बढ़ने पर लगते हैं बिजली कट

गर्मी के मौसम में बिजली की मांग ज्यादा बढ़ जाती है. इस वजह से इस बिजली घर से ग्रेटर फरीदाबाद के लिए बिजली आपूर्ति कम पड़ेगी. बिजली निगम के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद का मौजूदा लोड 540एमवीए के आस-पास है. ऐसे में बिजली घर का पूरी क्षमता से चलना जरूरी है. वहीं ग्रेटर फरीदाबाद के लिए 220केवी के दो और बिजली घरों की जरूरत है. तभी यहां पर लोड की आपूर्ति हो सकेगी.

मुख्यालय पर लंबित है मुआवजे का मामला

बिजली लाइन के टावरों की वजह से काफी जमीन खराब होती है. तिगांव इलाके में जमीन काफी महंगी है. इस वजह से यहां के किसान ज्यादा मुआवजे की मांग कर रहे हैं. यह मुआवजा हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम की नीति से मेल नहीं खा रहा है. इस वजह से यह मामला सरकार के स्तर पर विचाराधीन है.

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