रेवाड़ी न्यूज़: यमुना के तलहटी में बसे कॉलोनियों में रह रहे कई परिवार का सबकुछ डूब गया. उनका कहना था कि उनके लिए तो बाढ़ आफत लेकर आई है. दुकान से लेकर घर और उसमें रखा सामान कुछ नहीं बचा. सुबह आई बाढ़ से इतना समय नहीं बचा कि वह बच्चों के कपड़े तक बाहर निकाल पाते. जिंदगी भर की कमाई से जो जिस घर को बना कर उसे सजाया, बाढ़ बहा ले गया.
राजधानी दिल्ली से सटे बसंतपुर में यमुना के तलहटी में 10 के आसपास छोटी-बड़ी कॉलोनी बसी है. यहां की आबादी 20 हजार से अधिक है. लोगों ने बताया कि उन्होंने यमुना का ऐसा भयावह रूप कभी नहीं देखा. सुबह करीब 4 बजे यमुना का पानी कॉलोनियेां में घुसना शुरू हुआ. लेागों को अभास नहीं था कि पानी इतनी तेजी से पुस्ता रोड तक पहुंच जाएगी. लोगों ने बताया कि वह निश्चिंत थे. लेकिन और को बढ़े पानी ने सारी जमां-पूंजी डुबो दिया. कॉलोनी में दुकानों में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामान से लेकर सामान डूब गए. ग्रामीणों के डेयरी डूब गए.
दोपहर बाद बारिश की बोछार पड़ीं
मौसम ने एक बार फिर अपना मिजाज बदला. जिले में दोपहर बाद तक अलग- अलग स्थानों पर बौछार पड़ीं. सुबह के समय से ही आसमान में बादल छाए हुए थे. हवा में नमी की अधिकता के चलते उमस भी अधिक थी. दोपहर बाद शहर के कुछ हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश हुई.
करीब 20 मिनट तक तेज बारिश के बाद दोबारा मौसम सामान्य हो गया. तड़के सुबह से ही आसमान में बादल छाये रहे. करीब 1230 बजे से तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी होने लगी. जिले के कई स्थानों पर तेज बारिश भी देखने को मिली.