हिसार न्यूज़: किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 15.20 लाख रुपये की ठगी मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने जांच के लिए इस बाबत तीन सदस्यीय एक टीम गठित की है. जो मामले की जांच करेगी. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
बता दें कि नई दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर निवासी 64 वर्षीय नरसिंह नामक व्यक्ति की शिकायत पर सूरजकुंड थाना की पुलिस ने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया था. पीड़ित ने सूरजकुंड थाना को बताया है कि उनकी दोनों किडनी फेल हो चुकी है. दिसम्बर, 2021 से वह एशियन अस्पताल से अपना डायलिसिस करा रहे हैं. इसके चलते वह किराए के मकान में ग्रीन फिल्ड कॉलोनी में रहते हैं. डायलिसिस के दौरान एशियन अस्पता के एक डॉक्टर ने सलाह दी थी कि उन्हें ओर्गेन डोनेशन के लिए खोजबीन करनी चाहिए. पीड़ित के अनुसार काफी खोजबीन के बावजूद उन्हें डॉनर नहीं मिले. उनका बेटा शुभम सिंह किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हो गया. इस दौरान एशियन अस्पताल में टेक्निशियन के पद पर काम कर अखिल नामक व्यक्ति ने उन्हें दीपक शर्मा नामक व्यक्ति से संपर्क कराया.
यह है नियम
किडनी डोनेशन ब्लड रिलेशन वाले व्यक्ति ही कर सकते हैं. जैसे दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता, पति-पत्नी, भाई-बहन या बच्चे डोनेट कर सकते हैं. इसमें किडनी डोनेट करने वाले शख्स की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए. अंग प्रत्यारोपण केवल जीवन रक्षक उपचार के रूप में किया जाता है. केवल ट्रांसप्लांट टीम ही यह तय कर सकती है.
गत वर्ष भी आया था मामला
किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर धोखाधड़ी का एक मामला पिछले साल भी शहर में प्रकाश में आया था. पलवल निवासी एक महिला ने दिल्ली निवासी कुछ लोगों पर पति को सरकरी नौकरी लगवाने का झांसा देकर किडनी निकालने का आरोप लगाया था. महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसकी किडनी एक निजी अस्पताल में निकाली गई.