गुडगाँव न्यूज़: बंधवाड़ी लैंडफिल पर बने कचरे के पहाड़ को खत्म करने के लिए नगर निगम ने समय सीमा निर्धारित कर दी है. 12 महीने में कचरे के पहाड़ को निस्तारण कर खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. हर महीने निगम बंधवाड़ी में इसकी निगरानी के लिए ड्रोन से सर्वे भी करवाएगा.
इससे अधिकारी यह भी अनुमान लगा सकेंगे कि किस तरफ कूड़े के पहाड़ कम हो रहे हैं और कौन सी कंपनी कचरे के निस्तारण का काम तेजी से कर रही है. निगम अधिकारियों का दावा है कि मार्च 2024 तक बंधवाड़ी प्लांट में कचरे के पहाड़ नजर नहीं आएंगे. वहीं, दूसरी ओर निगम ने करीब 135 करोड़ रुपये के टेंडर भी निजी एजेंसियों को जारी कर दिए हैं. यह एजेंसियां बंधवाड़ी में कचरे का निस्तारण करेंगी.
निगम ने पांच-पांच लाख टन कचरे का निस्तारण करने का कार्य तीन निजी एजेंसियों को कार्य सौंपा है. दावा है कि इस माह के अंत तक यह एजेंसियां प्लांट में कचरे का निस्तारण करना शुरू कर देगी. 15 लाख टन कचरे का एजेंसियों को छह माह के अंदर निस्तारण करना होगा. वहीं, जनवरी 2023 से लेकर 30 मई तक एजेंसियों ने करीब सात लाख टन कचरे का निस्तारण कर दिया है.
बंधवाड़ी में कूड़े के पहाड़ों की हर महीने ड्रोन से सर्वे करवाई जाएगी, ताकि प्लांट में कितने कचरे के निस्तारण की जानकारी मिल सके. इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं. -पीसी मीणा, निगमायुक्त, नगर निगम, गुरुग्राम
सीसीटीवी से होगी कार्यों की निगरानी: बता दें कि कचरे के पहाड़ों को समाप्त करने के लिए निगम अधिकारियों ने दिन-रात इस पर काम शुरू रखने की भी योजना बनाई है. वहीं, पूरे काम की निगरानी सीसीटीवी से की जाएगी. इन सीसीटीवी कैमरों को गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, ताकि प्लांट में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके. नगर निगम के आयुक्त व जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीसी मीणा ने कहा कि अब पर्यावरण को कूड़े के पहाड़ों के कारण नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा.